Dharamshala News: सरकारी मदद लेकर बनाए मकान किराये पर चढ़ाए, कारण बताओ नोटिस जारी करेगा नगर निगम
सोशल आडिट के लिए को पहुंची टीम ने जब सर्वेक्षण करने पर पता चला कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत दो लाभार्थियों ने मकान बनाए और फिर किराये पर चढ़ा दिए। नगर निगम प्रशासन अब दोनों लाभार्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी करेगा और उनसे लिखित में बयान लेगा।
नीरज व्यास , धर्मशाला। सरकार गरीबों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं लेकर आती है, लेकिन कुछ लोग इनका गलत प्रयोग कर नियम-कानून को ठेंगा दिखाते हैं। ऐसा ही मामला धर्मशाला नगर निगम के तहत सामने आया है।
यहां प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत दो लाभार्थियों ने मकान बनाए और फिर किराये पर चढ़ा दिए। सोशल आडिट के लिए को पहुंची टीम ने जब सर्वेक्षण किया तो इस बात का पता चला।
दूसरी बार नियमों की अवहेलना पर होगी कार्रवाई
नगर निगम प्रशासन अब दोनों लाभार्थियों को इस बारे में कारण बताओ नोटिस जारी कर और उनसे लिखित में बयान लेगा। उन्हें मकान किराये पर न देने के लिए भी कहा जाएगा। दूसरी बार नियमों की अवहेलना करने पर कार्रवाई होगी।
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का सोशल आडिट (सामाजिक अंकेक्षण) 16 से 21 फरवरी तक किया गया। इसमें पाया गया कि दो लाभार्थियों ने अपना घर ही किराये पर दे दिया है। यह दोनों लाभार्थी नगर निगम के वार्ड नंबर 12 से हैं।
नगर निगम के तहत 402 लोगों के बने हैं आवास
जरूरतमंदों को आवास बनाने के लिए इस योजना के तहत तय राशि नगर निगम धर्मशाला के माध्यम से उपलब्ध करवाई जाती है। नगर निगम की परिधि में 402 पात्र लोगों के मकान बने हैं। इसमें पहले केंद्र सरकार की ओर से 90 प्रतिशत और प्रदेश सरकारों की तरफ से 10 प्रतिशत राशि दी जाती थी।
अब यह राशि 70 प्रतिशत केंद्र व 30 प्रतिशत प्रदेश सरकार की तरफ से तय की है। प्रति पात्र व्यक्ति को घर बनाने के लिए अब एक लाख 85 हजार रुपये दिए जाते हैं। हालांकि 2021 से पहले यह राशि एक लाख 65 हजार रुपये थी। यह राशि नगर निगम की ओर से तीन किस्तों दी जाती है। पहली किस्त में पचास हजार, दूसरी में पचास हजार और अंतिम किस्त में शेष पूरी राशि दी जाती है।
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