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    मैक्लोडगंज में चीन के खिलाफ प्रदर्शन

    By Babita KashyapEdited By:
    Updated: Wed, 15 Nov 2017 01:02 PM (IST)

    इस मौके पर विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कहा कि चीन तिब्बत के पर्यावरण में बदलाव कर रहा है, जो चिंतनीय है। ...और पढ़ें

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    मैक्लोडगंज में चीन के खिलाफ प्रदर्शन

    मैक्लोडगंज, जागरण संवाददाता। ब्रह्मपुत्र नदी के पानी को एक हजार किलोमीटर लंबी सुरंग के माध्यम से झिंजियांग ले जाने की चीन की योजना का तिब्बतियों ने विरोध किया है। तिब्बतियों ने मंगलवार को चीन की इस योजना के खिलाफ मैक्लोडगंज में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में तिब्बत से जुड़ी कई संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस मौके पर विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कहा कि चीन तिब्बत के पर्यावरण में बदलाव कर रहा है, जो चिंतनीय है।

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    चीन भारत के पूर्वोत्तर में गंभीर जल संकट पैदा करने के लिए नई-नई योजनाएं तैयार करने में जुटा है। चीन वर्तमान में पंचवर्षीय योजना में जैविक जीवाश्म और भारी उद्योग से बीजिंग शहर का बदलाव करने पर जोर दे रहा है। चीन राजधानी बीजिंग को बिजली उत्पाद और हरियाली के तौर पर विकसित करना चाह रहा है। इस योजना में सभी प्रमुख तिब्बती नदियों पर बांध बनाने का कार्य भी शामिल है। बड़े बांध जलवायु संकट व स्वच्छ ऊर्जा के समाधान नहीं हैं। इसके बावजूद चीन एक हजार किलोमीटर की सुरंग बनाकर ब्रह्मपुत्र का पानी झिंजियांग ले जाकर भारत के पूर्वोत्तर में गंभीर जल संकट पैदा कर सकता है।

     

    तिब्बती महिला एसोसिएशन और स्टूडेंट फॉर फ्री तिब्बत इंडिया ने संयुक्त रूप से धर्मशाला के मैक्लोडगंज में विरोध प्रदर्शन कर एक नाटक प्रस्तुत किया।  इस नाटक में चीन की विश्व विरोधी नीतियों को दर्शाया गया। भारत सहित अन्य देशों पर गहराते जल संकट का भी नमूना पेश किया गया।

     

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