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अब मिलेगा धर्मशाला को महापौर

दिनेश कटोच, धर्मशाला आजादी के छह दशक बाद प्रदेश को मिले दूसरे नगर निगम धर्मशाला को जल्द महापौर

By Edited By: Published: Sat, 27 Feb 2016 01:00 AM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2016 01:00 AM (IST)
अब मिलेगा धर्मशाला को महापौर

दिनेश कटोच, धर्मशाला

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आजादी के छह दशक बाद प्रदेश को मिले दूसरे नगर निगम धर्मशाला को जल्द महापौर मिलेगा। राज्य चुनाव आयोग की ओर से चुनाव की अधिसूचना जारी करने के साथ ही अब महापौर पद के लिए भाजपा व कांग्रेस में जोर-आजमाइश शुरू हो जाएगी। धर्मशाला नगर परिषद के नगर निगम में बदलने के बाद अब चुनाव की तस्वीर साफ होने के बाद धर्मशाला के विकास की भी नई इबारत लिखी जाएगी। नगर परिषद धर्मशाला 149 वर्ष पहले अस्तित्व में आई थी। धर्मशाला के नगर निगम बनने से अब इसमें जोड़ी गई नौ पंचायतों के लोग भी लाभान्वित होंगे। अधिसूचना जारी होने के बाद नगर निगम का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों में भी हलचल बढ़ना शुरू हो गई है। नगर निगम का चुनाव 27 मार्च को होगा।

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यह है आरक्षण की स्थिति

नगर निगम के 17 वार्डो में से वार्ड सात सचिवालय, वार्ड पांच खजांची मोहल्ला व वार्ड 15 से ही विजयी उम्मीदवार महापौर पद के लिए नामांकन भर सकेंगे। मेयर पद के लिए अगर किसी महिला को बिठाने के लिए राजनीतिक दलों में कशमकश होती है तो उन्हें केवल वार्ड 15 खन्यारा व खंजाची मोहल्ला पर अपना दबदबा बनाना होगा, क्योंकि यह वार्ड अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित है। नगर निगम की राजनीति में महिलाओं का ही दबदबा इसलिए भी बरकरार रहेगा, क्योंकि अनुसूचित जाति व जनजाति की दो-दो महिला पद आरक्षित हैं, जबकि महिलाओं के लिए कुल आरक्षित नौ वार्डो में से छह महिला ओपन है।

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यह है इतिहास

धर्मशाला में सिविलियन और छावनी क्षेत्र की बढ़ती चहल-पहल को देखते हुए यहां सुविधाएं लोगों को मुहैया करवाने के लिए नगर परिषद बनाने का विचार बना था। पांच मई, 1867 को यहां नगर परिषद अस्तित्व में आई थी। उस समय बनी नगर परिषद की पहली बैठक भी 6 मई, 1867 को तत्कालीन जिलाधीश सीएफ एल्फिनस्टोन की अध्यक्षता में हुई थी।

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नप बनने के बाद मिली सुविधाएं

धर्मशाला के 1867 में नगर परिषद बनने के बाद यहां सुविधाओं में इजाफा हुआ। 1896 में धर्मशाला में बिजली भी लोगों मिलनी शुरू हुई थी। 1926 से 1947 के बीच यहां पर इंटर कॉलेज सहित महाविद्यालय खुला तो वर्ष 1935 में सिनेमा हाल भी यहां खुला। बढ़ते समय के साथ-साथ सामाजिक सुधारों के साथ संगीत, साहित्य और कला के क्षेत्र में भी यह क्षेत्र कहीं पीछे नहीं रहा।

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नगर निगम के वार्डो की सूची

वार्ड का नाम - नंबर पुरुष महिलाएं कुल आरक्षण

फरसेटगंज - 1 1598 1449 3047 अनारक्षित

भागसू नाग - 2 1647 1488 3135 अनुसूचित जनजाति

मैक्लोडगंज - 3 1861 1408 3269 महिला

कश्मीर हाउस - 4 1611 1403 3014 अनारक्षित

खजांची मोहल्ला - 5 1626 1422 3048 अनुसूचित जाति महिला

कोतवाली बाजार -6 1634 1500 3134 महिला

सचिवालय - 7 1578 1508 3086 अनुसूचित जाति

खेल परिसर - 8 1735 1343 3078 महिला

सकोह - 9 1503 1708 3211 महिला

श्याम नगर - 10 1543 1536 3079 अनारक्षित

रामनगर - 11 1658 1668 3226 महिला

बड़ोल - 12 1574 1543 3117 अनुसूचित जनजाति महिला

दाड़ी - 13 1507 1608 3115 महिला

कंड -14 1554 1568 3222 अनारक्षित

खनियारा -15 1652 1591 3243 अनुसूचित जाति महिला

सिद्धपुर -16 1634 1456 3090 अनारक्षित

सिद्धबाड़ी -17 1680 1749 3429 अनारक्षित

कुल वार्ड - 17

पुरुष - 27,595

महिलाएं - 25, 948

कुल संख्या - 53,543


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