खेल-खेल में शिक्षा, पढ़ाने में युद्ध 'वीर'
आकांक्षी जिला चंबा के शिक्षा खंड सुंडला के तहत प्राथमिक पाठशाला अनोगा में जेबीटी शिक्षक युद्धवीर टंडन को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। युद्धवीर की पढ़ाई की शैली विशिष्ट है।
संवाद सहयोगी, चंबा : आकांक्षी जिला चंबा के शिक्षा खंड सुंडला के तहत प्राथमिक पाठशाला अनोगा के प्रभारी जेबीटी शिक्षक युद्धवीर टंडन ने नवाचार शिक्षा को बढ़ावा दिया है। उन्होंने खेल-खेल की विधा से बच्चों को जमा, घटाव व अन्य तरह की शिक्षण गतिविधियां सिखाई हैं। बच्चों को पढ़ाने की उनकी विशिष्ट शैली है।
युद्धवीर टंडन ने कहा कि दुनिया में शैक्षणिक नवाचार की कमी नहीं है। नए शैक्षणिक नवाचार करने के बदले जो नवाचार पहले से शिक्षा के क्षेत्र में प्रचलन में हैं, यदि उन्हें स्कूलों में व्यावहारिक रूप से अपनाया जाए तो इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने में अधिक मदद मिलेगी। युद्धवीर को ढाई वर्ष के शैक्षणिक कार्यकाल में राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। अब उन्हें छह वर्ष के शैक्षणिक कार्यकाल में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। युद्धवीर टंडन गतिविधि आधारित, अनुभव आधारित व खेल-खेल में शिक्षा के लिए जाने जाते हैं। उनके करीब 400 वीडियो यू-ट्यूब चैनल पर उपलब्ध हैं जिसमें 22,000 से ज्यादा बच्चे, अध्यापक व अभिभावक जुड़े हैं। उनके कई वीडियो दीक्षा पोर्टल पर भी हैं। हाल ही में भारत सरकार की ओर से चलाए गए निपुण भारत अभियान के तहत युद्धवीर टंडन ने हिमाचल प्रदेश के बच्चों के लिए मौखिक पठन प्रवाह को विकसित करने के लिए समग्र शिक्षा के तहत एप का विकास करने में भी योगदान दिया है। ये हैं शिक्षक युद्धवीर के नवाचार
शिक्षक युद्धवीर टंडन के छोटे-छोटे नवाचार जैसे ईमानदारी की दुकान, बाल संसद का गठन, बच्चों में स्वच्छता की आदत को विकसित करने के लिए स्वच्छता कमेटी, कंप्यूटर आधारित शिक्षा आदि हैं। वह स्कूल में बाल समाचार पत्रिका व नन्हे उस्ताद का प्रकाशन करवते हैं जिसमें बच्चों के लेख होते हैं। उन्होंने कोरोना काल में भी शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया है। प्राथमिक पाठशाला अनोगा को मिला पुरस्कार
शिक्षक युद्धवीर टंडन ने प्राथमिक पाठशाला अनोगा को खंडस्तर पर आदर्श विद्यालय के रूप में समुदाय के सहयोग से स्थापित करने का प्रयास किया। इसके तहत समग्र शिक्षा के तहत प्राथमिक पाठशाला अनोगा को 20,000 रुपये का नकद पुरस्कार आदर्श विद्यालय के रूप में दिया गया था। सर्वश्रेष्ठ स्कूल प्रबंधन समिति का पुरस्कार भी दो वर्ष से लगातार खंड व जिलास्तर पर प्राथमिक पाठशाला अनोगा की स्कूल प्रबंधन समिति ने प्राप्त किया।