तलवारबाजी के एशिया कप में हिमाचल की शान बढ़ाएंगी पांगी की जिया शर्मा, दुर्गम घाटी से विश्व के मंच तक बनाई पहचान
हिमाचल में चंबा जिले की जिया शर्मा एशिया कप में तलवारबाजी में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी जिससे पांगी का नाम रोशन होगा। हल्द्वानी में उन्होंने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में रजत और कांस्य पदक जीते। जिया की सफलता दिखाती है कि कठिन परिस्थितियों में भी सपने पूरे किए जा सकते हैं। वह पांगी की ग्राम पंचायत फिंडरू की रहने वाली हैं।

संवाद सहयोगी, पांगी। जिला चंबा के दूरदराज और जनजातीय विकास खंड पांगी की होनहार जिया शर्मा एशिया कप में होने वाली तलवार बाजी में भारत का प्रतिनिधित्व कर पांगी जिला और प्रदेश का नाम रोशन करेंगी। 14 वर्ष की आयु में जिया ने अपनी मेहनत, लगन और उत्कृष्ट प्रदर्शन से यह मुकाम हासिल किया है।
हाल ही में हल्द्वानी में आयोजित कैडेट (अंडर-17) राष्ट्रीय फेंसिंग चैंपियनशिप (राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता) में उन्होंने एक रजत और एक कांस्य पदक जीतकर पांगी के साथ जिला हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है।
जिया की उपलब्धियां न केवल उनके परिवार और क्षेत्र के लिए प्रेरणादायी हैं, बल्कि समस्त पांगी के लिए गर्व का विषय हैं। लोगों का कहना है कि उनकी यह सफलता इस बात का जीवंत प्रमाण है कि कठिन परिस्थितियां भी किसी के सपनों को रोक नहीं सकतीं।
दुर्गम घाटी से विश्व मंच तक बनाई पहचान
जिया ने यह कर दिखाया है कि यदि मन में दृढ़ निश्चय और निरंतर मेहनत हो तो पांगी जैसी दुर्गम घाटी से भी निकलकर विश्व मंच पर अपनी पहचान बनाई जा सकती है। जिया आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं। पांगी घाटी की अन्य प्रतिभाएं भी उनसे प्रेरित होकर आगे बढ़ेंगी और क्षेत्र व प्रदेश का नाम रोशन करेंगी। जिया हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के जनजातीय विकास खंड पांगी की ग्राम पंचायत फिंडरू के छोटे से गांव गुवाड़ी की रहने वाली हैं।
इनके दादा सूरज शर्मा वन विभाग से बतौर वनमंडल अधिकारी सेवानिवृत हुए हैं। माता-पिता डाक्टर हैं। जिया ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया है। श्रेया का कहना है कि वह लगातार मेहनत कर रही हैं, ताकि अपनी प्रतिभा को और निखारा जा सके।
प्रशासन व समस्त पांगी वासियों की ओर से जिया शर्मा को एशिया कप के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। हम यह विश्वास व्यक्त करते हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश और प्रदेश का नाम उज्ज्वल करेंगी।
रमन घरसंगी, उपमंडल अधिकारी पांगी।
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