Updated: Fri, 05 Sep 2025 10:11 PM (IST)
चंबा जिले में खड़ामुख-होली मार्ग पर सुहागा के पास भूस्खलन से यातायात ठप हो गया है। मलबा गिरने से हजारों लोग फंसे हैं। लोक निर्माण विभाग मार्ग खोलने में जुटा है। भारी वर्षा से 187 मार्ग 141 ट्रांसफार्मर और 120 पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है और जल्द व्यवस्था बहाल करने का आश्वासन दिया है।
संवाद सहयोगी, चंबा। जिला चंबा में आपदाओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। खड़ामुख-होली मार्ग पर शुक्रवार को सुहागा गांव के समीप हुए भारी भूस्खलन के कारण यातायात ठप हो गया है। पहाड़ी से लगातार मलबा और बड़े-बड़े पत्थर गिरने से क्षेत्र की हजारों की आबादी फंसकर रह गई है।
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भूस्खलन की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। विभाग ने सड़क से मलबा हटाने और यातायात बहाल करने का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मलबा हटाने के लिए मशीनें लगा दी गई हैं और काम तेजी से चल रहा है।
अधिकारियों के अनुसार यदि मौसम अनुकूल रहा और वर्षा नहीं हुई तो मार्ग को जल्द खोल दिया जाएगा। हालांकि, भूस्खलन की वजह से सड़क को काफी नुकसान पहुंचा है जिसे ठीक करने में समय लग सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मार्ग खुलने तक धैर्य रखें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में यात्रा करते समय सावधानी बरतें। इसी स्थान पर बीते वर्ष भी भारी भूस्खलन हुआ था। उस दौरान करीब दो माह तक वाहनों की आवाजाही बंद रही थी। जिला में भारी वर्षा के कारण 187 मार्ग व 141 ट्रांसफॉर्मर बंद हैं। वहीं, 120 पेयजल योजनाएं भी बाधित हुई हैं।
कहां कितने मार्ग बंद उपमंडल चंबा में 40, डलहौजी में चार, तीसा में 43, सलूणी में 27, भरमौर में 44, पांगी में 11 तथा भटियात में 18 मार्ग बंद हैं। मार्गों के बंद होने से लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। कहां कितने ट्रांसफॉर्मर बंद चंबा उपमंडल में 76 ट्रांसफॉर्मर बंद हैं।
तीसा में 15, सलूणी में 12, भरमौर में 30 तथा भटियात में आठ ट्रांसफॉर्मर ठप हैं। विद्युत बोर्ड की ओर से ट्रांसफॉर्मरों को दुरुस्त करने का कार्य किया जा रहा है। कहां कितनी पेयजल योजनाएं प्रभावित चंबा जिला में सबसे अधिक पेयजल योजनाएं उपमंडल सलूणी में प्रभावित हैं। उपमंडल सलूणी में 50 पेयजल योजनाएं बंद हैं।
चंबा उपमंडल में 28, तीसा में 15, भरमौर में 10 योजनाएं तथा भटियात में 17 पेयजल योजनाएं बंद हैं। पेयजल योजनाओं के प्रभावित होने के कारण लोगों को पेयजल के लिए यहां-वहां भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। चंबा जिला में लगातार भारी वर्षा के कारण विभिन्न स्थानों पर नुकसान हुआ है।
चंबा के उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल का कहना है कि मार्गों को बहाल करने सहित ट्रांसफॉर्मरों व पेयजल योजनाओं को बहाल करने का कार्य जारी है। सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि बंद पड़ी व्यवस्था को जल्द पटरी पर लाया जाए। प्रशासन की कोशिश है कि लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य जल्द किया जाए।
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