हिमाचल के पांगी में मंत्री जगत सिंह ने क्यों तोड़ा स्कूल का ताला? शिक्षा विभाग में हड़कंप
पांगी के थांदल स्कूल में मंत्री जगत सिंह नेगी ने ताला लगा देखकर खुद तुड़वाया। बच्चे बाहर खड़े थे, अध्यापक गायब थे। मंत्री ने मौके पर ही लापरवाही पर फटकार लगाई और जांच के आदेश दिए। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए। प्रभारी ने बताया कि चाबी गलती से घर पर रह गई थी। मंत्री ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही।
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थांदल स्कूल के बाहर खड़े बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी।
संवाद सहयोगी, पांगी। जनजातीय उपमंडल पांगी में बुधवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया जब बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने स्वयं स्कूल का ताला तुड़वाकर बच्चों को कक्षा में बिठाया। मामला मिडल स्कूल थांदल, पंचायत पुर्थी का है, जहां मंत्री अपने दौरे पर पहुंचे थे। ग्रामीणों के आग्रह पर मंत्री जब गांव को जाने वाली सड़क का निरीक्षण कर रहे थे, तभी सुबह 9 बजकर 55 मिनट पर वे थांदल स्कूल के पास पहुंचे और देखा कि सभी बच्चे स्कूल के बाहर खड़े थे, जबकि मुख्य द्वार पर ताला लटका था।
मंत्री और बच्चे करीब आधा घंटा स्कूल की चाबी का इंतजार करते रहे, पर जब चाबी नहीं मिली तो मंत्री ने खुद ताला तुड़वाने के आदेश दिए। ताला तोड़े जाने के बाद ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश मिला। मौके पर एक शिक्षक और एक मल्टी टास्क वर्कर ही उपस्थित थे, मगर दोनों के पास स्कूल की चाबी नहीं थी। मिडल स्कूल थांदल में कुल 29 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, जबकि यहां 5 अध्यापक, एक मल्टी टास्क वर्कर और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात हैं।
लेकिन निरीक्षण के समय केवल एक शिक्षक ही स्कूल के बाहर मौजूद था, बाकी कोई उपस्थित नहीं था। इस लापरवाही पर मंत्री ने मौके पर ही उपस्थित शिक्षक और कर्मचारी की कड़ी फटकार लगाई और मामले की तुरंत जांच के आदेश जारी किए। बहरहाल थांदल मिडल स्कूल में मंत्री जगत सिंह नेगी के औचक निरीक्षण के दौरान सामने आई लापरवाही ने पूरे पांगी क्षेत्र में हलचल मचा दी है। बच्चों को बाहर खड़ा देखकर मंत्री ने स्वयं ताला तुड़वाया, शिक्षकों को फटकार लगाई और जांच के आदेश दिए। अब देखना यह होगा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद विभागीय कार्रवाई कितनी सख्त होती है।
स्थानीयों में नाराज़गी, प्रशासन पर सवाल
स्थानीय ग्रामीणों ने भी शिक्षा विभाग और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि थांदल स्कूल में लंबे समय से अनुशासन और उपस्थिति की समस्या बनी हुई है, लेकिन विभागीय अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। मंत्री के औचक निरीक्षण ने इस लापरवाही की पोल खोल दी है, और अब उम्मीद है कि इस घटना के बाद शिक्षा विभाग में जवाबदेही तय होगी।
विद्यालय में कुल पांच शिक्षक कार्यरत हैं। वर्तमान में मेरी ड्यूटी किलाड़ में चल रही शिक्षण कार्यशाला में लगी हुई थी, जिसके कारण मैं उस समय विद्यालय में उपस्थित नहीं था। विद्यालय के दो अन्य शिक्षक पूर्व अनुमति के अनुसार अवकाश पर थे, जबकि एक शिक्षिका को आकस्मिक परिस्थिति के चलते आपातकालीन अवकाश पर जाना पड़ा।
विद्यालय में केवल एक शिक्षक उपस्थित था, परंतु विद्यालय की चाबी गलती से मेरे पास घर पर रह गई थी। मैंने तुरंत चाबी मंगवाने के लिए एक कर्मचारी को भेजा था, किंतु समय पर चाबी नहीं मिल पाई। इसी बीच माननीय मंत्री जी विद्यालय के औचक निरीक्षण के लिए पहुंच गए। विद्यालय बंद होने की स्थिति देखकर उन्होंने तत्काल ताला खुलवाने के निर्देश दिए, जिसके बाद विद्यार्थियों को विद्यालय के भीतर बैठाया गया। यह घटना पूर्णतः अनजाने में घटित हुई, किसी प्रकार की लापरवाही का उद्देश्य नहीं था। -ओम प्रकाश, प्रभारी, राजकीय मध्य विद्यालय
जब मैं स्कूल पहुंचा तो स्कूल का मुख्य द्वार बंद था और बच्चे बाहर खड़े थे। स्कूल में ताला लटकना व्यवस्था की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। मैंने तुरंत ताला तुड़वाकर बच्चों को कक्षाओं में बैठाने के निर्देश दिए और मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। शिक्षा से जुड़ी ऐसी लापरवाहियां अब बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। जिम्मेदारी तय होगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी, क्योंकि बच्चों की शिक्षा से कोई समझौता नहीं हो सकता। -जगत सिंह नेगी, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री, हिमाचल प्रदेश
मंत्री जी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार मुझे इस प्रकरण की जांच सौंपी गई है। यह निस्संदेह एक गंभीर मामला है, जिसमें शिक्षा व्यवस्था की लापरवाही स्पष्ट दिखाई देती है। मैं कल व्यक्तिगत रूप से थांदल स्कूल जाकर पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच करूंगा। तथ्यों की पुष्टि के बाद ही यह स्पष्ट किया जा सकेगा कि गलती किस स्तर पर हुई है और किन अधिकारियों या कर्मचारियों की जिम्मेदारी बनती है। जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाएगी। -तिलक शर्मा ,कार्यकारी प्रधानाचार्य, शाहिद दीना नाथ ठाकुर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पूर्थी एवं क्लस्टर प्रभारी
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