हिमाचल: डॉक्टर ने बच्ची के लिए किया अभद्र भाषा का इस्तेमाल, वीडियो वायरल होने के बाद हिला सिस्टम, विधायक पहुंचे अस्पताल
हिमाचल प्रदेश में एक डॉक्टर द्वारा बच्ची के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का मामला सामने आया है। वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और जांच के आदेश दिए। स्थानीय विधायक ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ित परिवार को न्याय का आश्वासन दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने दोषी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।

तीसा अस्पताल पहुंचे विधायक हंसराज व बीएमओ सहित अन्य अधिकारी। जागरण
संवाद सहयोगी, तीसा। हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा में मरीज से बदसलूकी का मामला सामने आया है। उपमंडल तीसा स्थित सिविल अस्पताल के डॉक्टर पर एक महिला ने उनकी दो साल की बच्ची के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का गंभीर आरोप लगाया है।
यह मामला सामने आने के बाद स्थानीय विधायक डॉ. हंसराज ने अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर को फटकार लगाई और तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया है, जिसे तीन दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि वह सोमवार रात करीब 11:30 बजे अपनी दो साल की बेटी की जांच करवाने के लिए अस्पताल गई थी। बच्ची को पेशाब में जलन की शिकायत थी। महिला के अनुसार, उस समय अस्पताल में केवल एक नर्स मौजूद थीं। नर्स ने डॉक्टर को फोन किया।
फोन पर ही दवा लिखने लगा डॉक्टर
महिला का आरोप है कि डॉक्टर ने फोन पर ही बच्ची की जांच किए बिना दवाई लिखाना शुरू कर दिया। जब महिला ने जोर देकर कहा कि वह तभी दवाई लेंगी, जब डॉक्टर खुद आकर बच्ची की जांच करेंगे, तो इस पर डॉक्टर ने कथित तौर पर बच्ची के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। इस घटना से व्यथित होकर महिला ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से डॉक्टर के खिलाफ अपनी बात सार्वजनिक की, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया।
विधायक ने किया हस्तक्षेप
मामला सामने आने और इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद स्थानीय विधायक डॉ. हंसराज ने तुरंत सिविल अस्पताल तीसा पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कथित रूप से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले डॉक्टर को फटकार लगाई और अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि वे मामले की गहनता से जांच करें।
क्या कहते हैं सीएमओ
सीएमओ चंबा डॉ. बिपिन ठाकुर ने तत्काल संज्ञान लिया है। मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच के लिए एक तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। इस जांच टीम में एक खंड चिकित्सा अधिकारी और दो अन्य डॉक्टर शामिल हैं। यह विशेष रूप से सुनिश्चित किया गया है कि जांच टीम के सदस्य तीसा अस्पताल से न होकर अन्य अस्पतालों के हों।
सीएमओ के अनुसार, इस टीम को घटना के संबंध में सभी पहलुओं की जांच करने और महिला द्वारा लगाए गए आरोपों की सच्चाई का पता लगाने का निर्देश दिया गया है। टीम को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे अपनी विस्तृत रिपोर्ट अगले तीन दिन के भीतर सीएमओ कार्यालय को सौंप दें। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही संबंधित डॉक्टर के खिलाफ नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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