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    चंबा में कुदरत का कहर! भटियात के चिलामा और कुमलाड़ी में आया मलबे का सैलाब, ग्रामीणों को किया गया शिफ्ट

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 02:00 AM (IST)

    चंबा जिले के भटियात क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई। चिलामा और घटासनी पंचायतों में कई घर और पशुशालाएं ध्वस्त हो गईं जिसमें मवेशियों की भी जान गई। खतरे को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। लाहड़ू-सिहुंता मार्ग भी बंद रहा जिससे यातायात बाधित हुआ। प्रशासन नुकसान का आकलन कर रहा है और प्रभावितों को राहत राशि प्रदान की जा रही है।

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    भटियात के चिलामा व कुमलाड़ी में आया मलबे का सैलाब। (फोटो जागरण)

    भूषण गुरुंग, बकलोह। जिला चंबा के विधानसभा क्षेत्र भटियात के तहत आने वाली ग्राम पंचायत चिलामा व घटासनी में तेज वर्षा व भूस्खलन के चलते चार मकान व दो पशुशालाएं पूरी तरह से धवस्त हो गए।

    वहीं, एक पशुशाला में मौजूद पांच मवेशी भी मलबे में दब गए हैं। जबकि, तीन मकानों में मलबा घुस गया है। ग्राम पंचायत घटासनी के दो गांव उपरी मामला व निचला मामला में स्थित करीब 25 मकानों में रहने वाले परिवारों को खतरे को देखते हुए उनके रिश्तेदारों व अन्य सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है।

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    जबकि, जिन मकानों को नुकसान पहुंचा है, उनमें रहने वाले परिवार खतरे को भांपते हुए पहले ही अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए थे। यह घटना शुक्रवार देर रात करीब दो बजे हुई है।

    चिलामा पंचायत के कुमलाड़ी गांव में भूस्खलन होने से भारी मात्रा में मलबा आने के चलते तीन कमरों, किचन शेड, बाथरूम व शौचालय का एक पुष्कर थापा का मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। इसके साथ लगते अन्य तीन घरों के भीतर काफी मालवा भर जाने के कारण दरारें आ गई है।

    वहीं, घटासनी पंचायत के उपरी मामला में धर्मचंद का दो मंजिला लेंटर वाले मकान को भी काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं, जैसी राम और राजीव कुमार की पशुशालाएं पूरी तरह से मलबा आने के कारण गिर गए हैं। संजय कुमार की पशुशाला में एक भैंस, दो गाय, एक बकरा और एक बछड़ी मलबे की भेंट चढ़ गए।

    वहीं, मदन लाल के घर के अंदर मालवा घुस जाने के कारण काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा निचला मामला निवासी मनोहर लाल का पूरा मकान मलबे की भेंट चढ़ गया, जिससे उसको भारी नुकसान हुआ है।

    भूस्खलन होने के गांव उपरी व निचला मामला को खतरा पैदा हो गया है। ऐसे में लोगों ने प्रशासन व सरकार से उनके गांवों को सुरक्षित बनाने की मांग की गई है।

    बंद रहा लाहड़ू-सिहुंता मार्ग

    भारी वर्षा व भूस्खलन के कारण लाहड़ू-सिहुंता मार्ग दुखर व डेंठा में भारी भूस्खलन होने के कारण शुक्रवार रात करीब दो बजे बंद हो गया था। मार्ग के बंद होने के कारण यहां से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई थी। इस मार्ग को शनिवार दोपहर बाद करीब चार बजे तक लोक निर्माण विभाग की ओर से बहाल किया गया।

    इसके बाद मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सकी। उधर, लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता नरेंद्र चौधरी का कहना है कि शाम चार बजे मार्ग को यातायात के लिए बहाल करवा दिया गया है। साथ ही कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

    13 घंटे बाधित रही बिजली

    भटियात में तेज वर्षा के चलते विद्युत उपमंडल सिहुंता में रात करीब दो बजे के बाद विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई थी, जिसे विद्युत बोर्ड की ओर से शनिवार को दोपहर बाद करीब तीन बजे तक बहाल किया गया।

    बिजली बंद रहने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लाहड़ू में 33केवी का पोल ध्वस्त होने के कारण यह समस्या आई थी। उधर, विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता पंकज राठौर ने बताया कि विद्युत व्यवस्था को बहाल करवा दिया गया है।

    भारी वर्षा के कारण उक्त पंचायतों में बहुत नुकसान हुआ है। लोगों को जितना भी नुकसान हुआ है, उसका आकलन करके उनको मुआवजा दे दिया जाएगा। साथ ही प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करवाया गया है। प्रशासन की ओर से सभी प्रभावित परिवारों को दो-दो हजार रुपये की फौरी राहत राशि प्रदान की गई है। - पारस अग्रवाल, एसडीएम भटियात।