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    चंबा के किसानों के लिए खुशखबरी! पांगी, तीसा और भरमौर में बनेगी सब्जी मंडी; खत्म होगा बिचौलियों का खेल

    Updated: Tue, 15 Jul 2025 01:18 PM (IST)

    चंबा जिले के पांगी तीसा और भरमौर में आधुनिक सब्जी मंडियां बनने जा रही हैं। इससे किसानों को बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी और उन्हें अपनी उपज का उचित मूल्य मिल सकेगा। पांगी में लगभग 2 करोड़ की लागत से मंडी बनेगी। तीसा में 70 लाख की लागत से सब्जी मंडी बनेगी और भरमौर में भी मंडी बनेगी। सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।

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    पांगी, तीसा और भरमौर में बनेगी नई सब्जी मंडी। फाइल फोटो

    सुरेश ठाकुर, चंबा। बर्फीली घाटियों और दुर्गम पहाड़ों से उपजी मेहनत अब सीधे बाजारों तक पहुंचेगी वो भी बिना किसी बिचौलिये के लूट के। यह सपना अब साकार होता नजर आ रहा है, क्योंकि चंबा जिला के तीन उपमंडलों पांगी, तीसा और भरमौर में आधुनिक सब्जी मंडियों का निर्माण होने जा रहा है।

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    वर्षों से उपेक्षा का शिकार रहे यहां के किसान और बागवान अब अपनी उपज का सही मूल्य पा सकेंगे, और यह बदलाव लाएगा उनके जीवन में स्थायी आर्थिक स्थिरता।

    अब तक पांगी, तीसा और भरमौर जैसे दुर्गम क्षेत्रों में सब्जियों और फलों का बड़े पैमाने पर उत्पादन होने के बावजूद उचित बाजार न होने के कारण किसानों को अपनी उपज बिचौलियों के हाथों औने-पौने दामों में बेचनी पड़ती थी। ये बिचौलिए स्वयं तो मालामाल हो जाते थे, लेकिन किसान अपनी ही उपज से वंचित रह जाते थे। मगर अब यह स्थिति बदलने वाली है।

    इन क्षेत्रों में बनेंगी मंडिया

    पांगी लगभग 2 करोड़ की लागत से बनने जा रही यह मंडी दुर्गम क्षेत्र के किसानों के लिए वरदान साबित होगी। यहां से सेब, मटर, आलू जैसी फसलों की खरीद सीधे व्यापारियों द्वारा होगी। तीसा में 70 लाख की लागत से सब्जी मंडी बनेगी, जिससे इस क्षेत्र के हजारों किसान लाभांवित होंगे।

    तीसा में टमाटर, सेब और मिर्च की अच्छी पैदावार होती है। वहीं भरमौर (खड़ामुख) में बनने वाली यह मंडी जनजातीय क्षेत्र के किसानों को सशक्त करने का माध्यम बनेगी। यहां सेब, राजमाह और मौसमी सब्जियों की सीधी बिक्री की व्यवस्था होगी।

    किसानों को यह मिलेगा लाभ

    • -किसानों को उचित मूल्य मिलेगा
    • -बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी
    • -स्थान पर ही खरीद-बिक्री की व्यवस्था से भाड़े की बचत
    • -रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे
    • -स्थानीय कृषि-आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती

    यह सिर्फ मंडी नहीं, एक क्रांति है

    इन सब्जी मंडियों का निर्माण केवल एक ढांचागत विकास नहीं है, यह किसानों के आत्म-सम्मान, आत्मनिर्भरता और आर्थिक मुक्ति की दिशा में बड़ा कदम है। जब उपज का मूल्य तय करेगा किसान, और बिचौलियों के शिकंजे से आजादी मिलेगी तभी चंबा की असली खेती की ताकत सामने आएगी।

    जिला चंबा में किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। पांगी में सब्जी मंडी के निर्माण हेतु टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। तीसा में मंडी निर्माण का लगभग 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, जबकि भरमौर के खड़ामुख क्षेत्र में एक उपयुक्त सरकारी भवन उपलब्ध हो गया है, जिसकी शीघ्र मरम्मत कर मंडी संचालन शुरू किया जाएगा। इन तीनों मंडियों के शुरू होने से क्षेत्र के किसानों और बागवानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा तथा उनकी आय में वृद्धि होगी।

    ललित ठाकुर, अध्यक्ष, मार्केटिंग कमेटी चंबा

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