हिमाचल में CISF कर्मियों के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू, लोन की सीमा बढ़ाकर 5 लाख हुई
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने कर्मचारियों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ऋण की सीमा बढ़ाकर 5 लाख की गई है और ब्याज दर कम कर दी गई है। चिकित्सा खर्चों की प्रतिपूर्ति होगी और छात्रों के लिए छात्रवृत्ति बढ़ाई गई है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी वित्तीय लाभ मिलेगा। ऋण प्रणाली को ऑनलाइन किया जाएगा जिससे कर्मचारियों को आसानी होगी।

संवाद सहयोगी, डलहौजी। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने कर्मियों और उनके परिवारों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए एक बड़े कदम के रूप में, अपने बल के सदस्यों के लिए कई पहलों की शुरुआत की है।
एनएचपीसी चमेरा पॉवर स्टेशन-1 खैरी स्थित सीआईएसएफ यूनिट के डिप्टी कमांडेंट हरभजन सिंह ने बताया कि बल की पहलों के तहत व्यक्तिगत ज़रूरतों के लिए बल के कर्मचारियों हेतु ऋण की सीमा बढ़ाकर 5 लाख कर दी गई।
वहीं ऋण पर ब्याज दर पहले के 6 प्रतिशत से घटाकर 3 प्रतिशत कर दी गई। इसी के साथ पुनर्भुगतान अवधि 3 वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष कर दी गई।उन्होंने बताया कि भुगतान नहीं हुए चिकित्सा व्यय पर जेब से किए गए खर्च की प्रतिपूर्ति की जाएगी।
हरभजन सिंह ने बताया कि बल के कर्मचारियों के विद्यार्थियों हेतु की गई पहल के तहत 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले सीआईएसएफ के कर्मियों के बच्चे अब महानिदेशक छात्रवृत्ति के लिए पात्र हैं। वहीं शहीदों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति में वृद्धि की गई। जानकी लाभार्थियों की संख्या पर कोई सीमा नहीं।
उन्होंने बताया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अब जोखिम-बचत भुगतान से 1.25 लाख रुपये मिलेंगे। यह सब बेहतर आंतरिक निधि प्रबंधन के माध्यम से किया गया है जिससे कर्मियों पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा। हरभजन सिंह ने बताया कि मैन्युअल ऋण प्रणाली को एक ऑनलाइन पोर्टल से बदल दिया जाएगा, जिस पर कर्मचारी सीधे आवेदन कर सकते हैं।
आवेदनों पर 15 दिनों के भीतर कार्रवाई की जाएगी और ऋण राशि सीधे उनके खातों में जमा कर दी जाएगी।
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