चंबा की 'उड़नपरी' सीमा का धमाका, 25 हजार मीटर दौड़ में जीता गोल्ड मेडल; मिला 4 लाख रुपये का इनाम
चंबा की उड़नपरी सीमा ने 25 हजार मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। टाटा स्टील द्वारा कोलकाता में आयोजित प्रतियोगिता में सीमा ने 1 घंटा 26 मिनट 4 सेकंड में ...और पढ़ें

उड़नपरी सीमा ने 25 हजार मीटर रेस में जीता स्वर्ण पदक (फोटो: जागरण)
संवाद सहयोगी, चंबा। चंबा की धावक उड़नपरी नाम से मशहूर सीमा ने 25 हजार मीटर दौड़ में एक और रिकार्ड अपने नाम किया है।
टाटा स्टील द्वारा रविवार को कोलकाता में आयोजित की गई विश्वस्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में सीमा ने 25 हजार मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर विश्वस्तर पर प्रदेश व जिला चंबा का नाम रोशन किया है।
यह दौड़ सीमा ने रिकार्ड समय 1 घंटा 26 मिनट व 4 सेकेंड में पूरी की। सीमा को तीन लाख रुपये कैश प्राइज और एक लाख रिकार्ड बनाने का बोनस यानी कुल चार लाख रुपये इनाम के तौर पर दिए गए हैं।
सीमा ने सफलता का श्रेय परिवार और कोच को दिया, साथ में रिकार्ड बनाने के लिए उसने आफिशियल पेसर अनीष चंदेल का आभार व्यक्त किया है।
जिला परिषद सदस्य मनोज कुमार मनु ने सीमा को बधाई दी। साथ ही मुख्यमंत्री सुखविंन्द्र सिंह सुक्खू से मांग की कि सीमा के जो रिवार्ड करीब 35 लाख शिमला में पेंडिंग हैं, वे उन्हें जल्द दिलाएं जाएं।
चंबा के दुर्गम क्षेत्र झुलाड़ा के तहत आने वाले छोटे से गांव रेटा की निवासी सीमा का बचपन गरीबी और कठिनाइयों भरा रहा है। बचपन से ही गांव की पगडंडियों व घर के आंगन में नंगे पांव दौड़ने वाली सीमा आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम चमका रही हैं।
ग्रामीण परिवेश में पली-बढ़ी सीमा का कहना है कि जब वह मात्र 12 वर्ष की थीं, तो सिर से पिता का साया उठ गया था। खेतीबाड़ी व पशुपालन से ही घर चलता था। तब से ही सीमा ने कुछ करने की ठानी।
सीमा ने स्कूल स्तर की प्रतियोगिताओं से शुरुआत की। उसके बाद जिला व राज्यस्तर पर सीमा ने मेडल जीते। उसके बाद सीमा का चयन साई हास्टल के लिए हुआ जहां पर मिले बेहतर कोच व प्रशिक्षण ने सीमा का जीवन ही बदल दिया। आज सीमा राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी चमक बिखेर रही हैं।

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