निर्णायक चरण में मणिमहेश रेस्क्यू, 15 हजार श्रद्धालु सुरक्षित निकाले; 800 अभी भी गंभीर परिस्थितियों में फंसे
चंबा में श्रद्धालुओं को बचाने का अभियान जारी है अब तक 15 हजार लोगों को निकाला गया। बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए हेलीकॉप्टर से सामग्री भेजी गई। उपायुक्त और एसपी ने पैदल चलकर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पूरी तरह से तत्पर है।

जागरण संवाददाता, चंबा। भरमौर से श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने का रेस्क्यू अभियान अब निर्णायक मोड़ पर है। अब तक करीब 15 हजार श्रद्धालु सुरक्षित निकाले जा चुके हैं, जबकि लगभग 800 श्रद्धालु अभी भी कठिन परिस्थितियों में फंसे हुए हैं।
वीरवार को हेलीकॉप्टर की उड़ानों के जरिए 29 श्रद्धालुओं को एयरलिफ्ट किया गया, लेकिन खराब मौसम ने अभियान को रोक दिया। इसके बावजूद जमीनी स्तर पर राहत कार्य जारी रहा और 450 श्रद्धालुओं को टैक्सियों से दुर्गेठी रवाना किया गया।
वहीं पैदल आने वाले श्रद्धालुओं को कलसुई से नूरपुर और पठानकोट तक एचआरटीसी बसों में निःशुल्क भेजा जा रहा है। सुरक्षा बल कठिन रास्तों पर तैनात हैं और लंगर समितियां पड़ावों पर श्रद्धालुओं को भोजन-पानी उपलब्ध करवा रही हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग-154ए का कुछ हिस्सा छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है। हालात चुनौतीपूर्ण जरूर हैं, लेकिन अब श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी तय मानी जा रही है।
पैदल आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए कठिन रास्तों पर एनडीआरएफ और अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। इससे पैदल यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को न केवल सुरक्षित रास्ता मिल रहा है बल्कि उन्हें हर पड़ाव पर सहारा भी मिल रहा है।
हवाई और जमीनी दोनों स्तरों पर हो रहे इस रेस्क्यू अभियान ने राहत की एक बड़ी उम्मीद जगाई है। हालांकि खराब मौसम के कारण हवाई उड़ानों पर बार-बार रोक लग रही है, लेकिन जैसे ही मौसम अनुकूल होगा, हेलीकॉप्टर की उड़ानों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि शेष बचे श्रद्धालुओं को भी जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जा सके।
सड़क मार्ग की स्थिति में भी सुधार होना शुरू हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग-154ए पर चंबा से भरमौर की ओर लगभग 20 किलोमीटर और भरमौर से चंबा की तरफ लगभग 25 किलोमीटर सड़क छोटे वाहनों के लिए खोल दी गई है।
इससे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को आंशिक राहत मिली है। आने वाले दिनों में मार्ग बहाली के साथ रेस्क्यू कार्य और तेज हो जाएगा। अब सारी निगाहें मौसम पर टिकी हैं, ताकि बाकी बचे श्रद्धालुओं को भी जल्द अपने गंतव्य तक पहुंचाया जा सके।
जिला चंबा के उपमंडल भरमौर में भारी बारिश से बिजली व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। बिजली बोर्ड के कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन लगातार बारिश और मार्ग अवरुद्ध होने से बहाली चुनौती बनी हुई है।
आवश्यक सामग्री की सप्लाई न होने से मुश्किलें और बढ़ गईं। इसी स्थिति को देखते हुए बिजली बोर्ड ने हेलीकॉप्टर के माध्यम से भरमौर में जरूरी सामग्री भेजी। वरिष्ठ अधिशासी अभियंता इंजीनियर प्रवेश ठाकुर, सहायक अभियंता अजय कुमार और कनिष्ठ अभियंता अरुण की देखरेख में सामग्री पहुंचाई गई।
प्रवेश ठाकुर ने बताया कि जब यात्रियों को लाने वाले हेलीकॉप्टर चंबा पहुंचे तो उन्हीं उड़ानों से बिजली बोर्ड ने जरूरी सामान भरमौर भेजा। उन्होंने कहा कि मंडल चंबा में अब तक करीब 80 प्रतिशत क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल हो चुकी है और शेष हिस्सों में कर्मचारी युद्धस्तर पर कार्य कर रहे हैं। जल्द ही बिजली पूरी तरह बहाल कर दी जाएगी।
भरमौर में रेस्क्यू कार्यों और सड़क बहाली की स्थिति का जायजा लेने के लिए उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल और एसपी चंबा अभिषेक यादव ने वीरवार को दुर्गेठी तक पैदल निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने क्षतिग्रस्त चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग का विस्तृत दौरा किया और मार्ग बहाली के लिए चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को तेजी से बहाली कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
साथ ही दुर्गेठी से धरवाला की तरफ पैदल आ रहे श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए यात्रा मार्ग पर सुरक्षा और सुविधाओं की स्थिति का भी जायजा लिया।
उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को रास्ते में किसी तरह की परेशानी न हो और भोजन-पानी की व्यवस्था लगातार बनी रहे। उपायुक्त और एसपी का यह निरीक्षण प्रभावित क्षेत्र में राहत और बहाली कार्यों को और गति देने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
चंबा के उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने कहा कि लगातार बारिश से हालात कठिन हैं, लेकिन अब तक 15 हजार श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया है। शेष श्रद्धालुओं के लिए हवाई और जमीनी रेस्क्यू जारी है।
बिजली बहाली हेतु सामग्री हेलीकॉप्टर से भेजी गई है और मार्ग बहाली पर तेजी से काम हो रहा है। मैंने और एसपी ने स्वयं दुर्गेठी तक पैदल निरीक्षण किया है। जनता धैर्य रखे, प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।
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