AIIMS Bilaspur: व्यास चैरिटेबल ट्रस्ट उठा रहा एम्स बिलासपुर आने वाले लोगों की भूख मिटाने का जिम्मा
AIIMS Bilaspur समाज में सेवा भावना के साथ कार्य करने वाले लोगों की कमी नहीं है। केंद्र सरकार ने लोगों की सेहत का ख्याल रखने के लिए एम्स बिलासपुर शुरू किया तो इसके बाद अब शहरवासियों ने लोगों की सेवा के लिए यहां लंगर सेवा का आगाज कर दिया।

बिलासपुर, सुनील शर्मा। AIIMS Bilaspur, समाज में सेवा भावना के साथ कार्य करने वाले लोगों की कमी नहीं है। केंद्र सरकार ने लोगों की सेहत का ख्याल रखने के लिए एम्स बिलासपुर शुरू किया तो इसके बाद अब शहरवासियों ने लोगों की सेवा के लिए यहां लंगर सेवा का आगाज कर दिया। बिलासपुर के व्यास चैरिटेबल ट्रस्ट ने नवंबर से एम्स परिसर के अंदर लंगर सेवा शुरू कर दी है। दूरदराज क्षेत्रों से यहां इलाज के लिए पहुंचने वाले लोगों को अब संस्था दोपहर का भोजन खिलाएगी।
प्रतिदिन पहुंच रहे पांच सौ लोग
एम्स परिसर में लगाए जा रहे लंगर में प्रतिदिन करीब पांच सौ लोग खाना खा रहे हैं। एम्स में प्रदेशभर से स्वास्थ्य जांच के लिए लोग पहुंच रहे हैं। यहां निकटवर्ती क्षेत्रों में अभी खाने के होटल व ढाबे विकसित नहीं हुए हैं। ऐसे में व्यास चैरिटेबल ट्रस्ट का यह प्रयास काफी सराहनीय है। स्वास्थ्य जांच के लिए आने वाले मरीजों, तीमारदारों व कर्मियों के लिए यह प्रयास कारगर साबित हो रहा है।
2019 में शुरू की थी संस्था
व्यास चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक व अध्यक्ष अशोक सैनी हैं। वह लोक निर्माण विभाग से रजिस्ट्रार सेवानिवृत्त हुए हैं। लोगों की सेवा के लिए उन्होंने इस संस्था की शुरुआत की थी। इसमें प्रेरणास्रोत ट्रस्टी नंद प्रकाश वोहरा व विजय कुमार हैं तथा कोषाध्यक्ष टेक चंद सैनी हैं। 16 अक्टूबर 2019 को उन्होंने कोरोना महामारी के बीच अपने प्रयास शुरू किए थे। इसके बाद बिलासपुर में पुलिस भर्ती के दौरान भी उन्होंने सप्ताहभर लंगर सेवा लगाई थी।
ट्रस्ट में अब 40 ट्रस्टी
इस ट्रस्ट का परिवार अब प्रतिदिन बड़ा हो रहा है। ट्रस्ट में अब शहर के कई नामचीन व सेवानिवृत्त कर्मी जुड़ चुके हैं। एक लाख की सदस्यता शुल्क के साथ ये सभी ट्रस्टी बन गए हैं और अब निरंतर सेवा भाव के लिए एम्स बिलासपुर में लंगर सेवा शुरू कर दी है। साथ ही गरीब कन्या के विवाह, गरीब कन्या की शिक्षा व अन्य नेक कार्यों के लिए भी वह प्रयास कर रहे हैं।
दाल, सब्जी व चावल
एम्स बिलासपुर में संस्था 12:30 से दो बजे तक लंगर सेवा लगाती है। इसके लिए एक कुक और दो सहायक रखे गए हैं और ट्रस्टी में से दो लोग वहां इस कार्य के लिए मौजूद रहते हैं। दोपहर के भोजन में संस्था कढ़ी, दाल व सब्जी चावल प्रदान कर रही है। कुछ लोग मिष्ठान के रूप में खीर भी दे रहे हैं। संस्था का प्रयास है कि जल्द ही यहां गरीब लोगों के लिए कंबल भी प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा भोजन में चपाती को भी शामिल किया जाएगा।
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