हिमाचल में NEET टॉपर नहीं करेगा मेडिकल की पढ़ाई, वजह जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान
बिलासपुर जिले के आरव ठाकुर ने नीट परीक्षा में 700 में से 619 अंक प्राप्त करके प्रदेश में शीर्ष स्थान हासिल किया है और पूरे देश में 500वां स्थान पाया है। जेईई मेन्स के बाद नीट में सफलता प्राप्त करने वाले आरव एमबीबीएस के बजाय कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। उन्होंने जेईई मेन्स परीक्षा में 11063वां रैंक प्राप्त किया था।

संवाद सहयोगी, घुमारवीं। बिलासपुर जिले के आरव ठाकुर ने नीट में 700 में से 619 अंक लेकर प्रदेश में टॉप किया है व देशभर में 500वां स्थान पाया है। जेईई मेन्स के बाद नीट की परीक्षा में अपना परचम लहराने वाले आरव एमबीबीएस के बजाय कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में भविष्य संवारना चाहते हैं।
आरव ने इस वर्ष दी जेईई मेन्स परीक्षा में 11063वां रैंक पाया था। आरव का कहना है कि उनका झुकाव इंजीनियरिंग की ओर अधिक है, वह इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। आरव भराड़ी की हटवाड़ पंचायत के देहरा गांव के रहने वाले हैं। आरव के पिता जगदीप ठाकुर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुठेड़ा में फिजिक्स लेक्चरर हैं, जबकि माता सपना ठाकुर राजकीय उच्च विद्यालय छंदोह में टीजीटी हैं।
आरव की मानें तो वह छुट्टी के दिन 14 घंटे तथा स्कूल समय में सात घंटे किताबों को ही देते थे। इस दौरान उन्होंने इंटरनेट से दूरी बनाए रखी, लेकिन ब्रेक के समय वह खुद को फ्रेश रखने के लिए म्यूजिक का सहारा लेते थे। उन्होंने कहा कि परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए मैं रात के तीन बजे तक पढ़ाई करता था।
सर्दियों के मौसम में सुबह जल्दी उठकर पढ़ना शुरू कर देते थे। आरव ने बताया कि सफलता के लिए भाग्य नहीं, बल्कि मेहनत के साथ दृढसंकल्प होना जरूरी है। आरव ठाकुर की बड़ी बहन अमृता मेडिकल कॉलेज टांडा में एमबीबीएस कर रही है। आरव कक्षा नौवीं से मिनर्वा स्कूल में पढ़ाई कर रहा है, जबकि उनकी बड़ी बहन अमृता ने भी मिनर्वा स्कूल से ही पढ़ाई व कोचिंग ली है। आरव ठाकुर का कहना है कि इस बार परीक्षा में प्रश्नपत्र अलग था। प्रतियोगी को चाहिए कि वह धैर्य के साथ उत्तर दें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।