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    बंबर ठाकुर गोलाबारी मामले में हिरासत में 6 आरोपित, पुलिस ने तीन गाड़ियों को किया ट्रेस; CCTV फुटेज आया सामने

    Updated: Sun, 16 Mar 2025 11:07 AM (IST)

    बंबर ठाकुर गोलीकांड मामले में बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने 6 संदिग्धों को हिरासत में लिया और तीन गाड़ियों को ट्रेस किया है। सीसीटीवी फुटेज से हमलावरों की पहचान में मदद मिली। हमले के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है। बंबर ठाकुर और पीएसओ संजीव का इलाज हो रहा है। ट्रेस की गई गाड़ियों में एक हरियाणा नंबर की बोलेरो गाड़ी है व दो अन्य टैक्सी हैं।

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    कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर जिन पर हमला किया गया था

    जागरण संवाददाता, बिलासपुर। पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता बंबर ठाकुर पर गोलियां चलाने के मामले में पुलिस ने तीन गाड़ियां ट्रेस की हैं, जबकि छह लोगों को शक के आधार पर हिरासत में लिया है।

    शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों के आधार पर पुलिस ने गाड़ियों को ट्रेस किया है। इसमें एक हरियाणा नंबर की बोलेरो गाड़ी है व दो अन्य टैक्सी हैं। पुलिस ने मंजीत नड्डा, रोहित राणा सहित अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है। हमले के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

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    होली के दिन शुक्रवार दोपहर बाद बंबर ठाकुर बिलासपुर स्थित स्टाफ नर्स पत्नी के सरकारी आवास पर होली मना रहे थे, इसी बीच चार अज्ञात लोगों ने उन पर 24 गोलियां बरसाईं।

    हमले में उनके पीएसओ संजीव भी गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि पार्टी कार्यकर्ता विशाल चंदेल के पांव को छूकर गोली निकल गई है, वह आंशिक रूप से घायल है। बंबर की टांग में एक गोली लगी है और आइजीएमसी शिमला में उपचाराधीन हैं, जबकि पीएसओ संजीव को पेट और टांग में दो गोलियां लगी हैं। पीएसओ को बिलासपुर से दिल्ली एम्स में शिफ्ट कर दिया है।

    सीसीटीवी फुटेज आया सामने

    हमले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें हमले से बचने के लिए पूर्व विधायक व अन्य लोग गाड़ियों के पीछे छिपकर जान बचाते दिख रहे हैं। गोली की आवाज सुनकर पूर्व विधायक का पीएसओ वहां आया और उसने बचाव में एक फायर किया, जिसके बाद हमलावर भाग गए।

    25 गोलियों के खोखे मिले

    मौके पर पहुंची फारेंसिक टीम को 25 गोलियों के खाली खोखे मिले हैं। जिनमें से एक पीएसओ द्वारा चलाई गई गोली का और शेष आरोपितों की फायरिंग के बताए जा रहे हैं।

    एसआइटी का गठन

    डीआइजी मंडी सौम्या सांबशिवन की अध्यक्षता में एसआइटी का गठन किया गया है। शनिवार को डीआइजी ने घटनास्थल का दौरा किया। इसके अलावा एडीजीपी ला एंड आर्डर ज्ञानेश्वर भी पहुंचे। आवास में लगे सीसीटीवी फुटेज से कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं।

    योजनाबद्ध तरीके से आए थे आरोपित, की थी रेकी

    गोलीकांड को अंजाम देने वाले आरोपित योजनाबद्ध तरीके से आए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद वह परिधि गृह की ओर भागते हुए वहां खड़ी निजी गाड़ी और टैक्सी से दो लोग कुल्लू की ओर व दो एक अन्य गाड़ी में चंडीगढ़ की ओर भाग गए। ये लोग कई दिनों से बिलासपुर शहर की रेकी कर रहे थे और पूरी योजना के तहत यहां पहुंचे थे। गोलियां चलाने वाले सभी लोग हरियाणा के बताए जा रहे हैं।

    क्षेत्रीय अस्पताल में पहुंचाए गए बंबर ठाकुर व पीएसओ संजीव को एम्स बिलासपुर रेफर कर दिया। इस दौरान बंबर ने एम्स में इलाज करवाने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि उनका तर्क था कि एम्स बिलासपुर को लेकर दो दिन पूर्व ही उन्होंने धरना किया था, ऐसे में शायद उनका वहां बेहतर इलाज न हो।

    आइजीएमसी शिमला के डॉक्टरों ने बंबर को सलाह दी है कि गोली को न निकालना सुरक्षित है। गोली निकालने से परेशानी हो सकती है। उधर, पीएसओ के शरीर से चिकित्सकों ने दोनों गोलियां निकाल दी हैं तथा वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है। उन्हें एम्स दिल्ली रेफर कर दिया है।

    पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर संदीप धवल ने बताया कि पूर्व विधायक और पीएसओ खतरे से बाहर हैं। सीसीटीवी कैमरों में अहम साक्ष्य मिले हैं। पुलिस टीमें जगह-जगह दबिश दे रही हैं। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व विधायक बंबर ठाकुर से अनुरोध किया था कि इलाज के लिए एम्स में जाएं, पर वह आइजीएमसी में इलाज करवाना चाहते हैं। पुलिस को निर्देश दिए हैं कि गोलीकांड में शामिल लोगों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।

    पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है और इसका उदाहरण बिलासपुर गोलीकांड है। प्रदेश में पहले भी गोलीबारी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सरकार ने कार्रवाई नहीं की। इस गोलीकांड की गंभीरता से जांच हो व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

    मंडी के चक्कर से पकड़ा एक गाड़ी और चालक

    गोलीकांड के दो आरोपितों को बिलासपुर से कुल्लू की ओर ले जाने वाले ऋषिकेश (बिलासपुर) के चालक को पुलिस ने मंडी के चक्कर से पकड़ा है। इसे घटना के बाद आरोपितों को जिला से बाहर ले जाने के लिए कहा था। व्यक्ति ने बिलासपुर नंबर की बोलेरो कैंपर गाड़ी का इस्तेमाल किया था। उसे पुलिस बिलासपुर ले आई है। बताया जा रहा है आरोपितों ने वारदात को अंजाम देने के लिए चार गाड़ियों का इस्तेमाल किया है।