बिलासपुर बस हादसा: एक ही परिवार के चार लोगों की मौत, बेटी के सामने मां ने तोड़ा दम
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हुए बस हादसे में 18 लोगों की जान चली गई है जबकि तीन बच्चों का इलाज चल रहा है। हादसे में एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत से गांव में शोक का माहौल है। बचाव दल ने कुछ बच्चों को सुरक्षित निकाला है जिनका अस्पताल में इलाज जारी है। मृतकों की पहचान की जा रही है।

डिजिटल डेस्क, बिलासपुर। हिमचाल प्रदेश के बिलासपुर बस हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत हो गई है। तीन बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। रिश्तेदार के यहां से आ रहे सगे भाई बहन को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। वहीं, इस हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई, जिससे गांव में फगोगा में मातम पसर गया।
विपिन की धर्मपत्नी अंजना, उसके दो बच्चे नक्श 7 वर्ष और आरव 4 साल, विपिन के भाई राजकुमार की पत्नी कमलेश कुमारी की मौत हो गई।
वहीं, बचाव दल ने दो बच्चियों और एक बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला। इनमें से एक बच्ची की मां की मौके पर ही मौत हो गई। बच्चों का इलाज बरठीं अस्पताल में किया जा रहा है। चिकित्सकों के अनुसार तीनों की हालत अभी स्थिर है।
नहीं हो पाई मृतकों की पहचान
अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। प्रशासन ने शवों की पहचान के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है और परिजनों से संपर्क किया जा रहा है। साथ ही, घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया।
हादसे वाले इलाके में सड़क संकरी और पहाड़ी होने के चलते मलबा हटाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाया जा रहा है।
प्रशासनिक लापरवाही से हुआ हादसा
जिस जगह पर यह हादसा हुआ है, वहां बरसात के समय से रुक-रुक पर पहाड़ी से पत्थर गिर रहे थे। इस बार से स्थानीय जन प्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन भी परिचित था, लेकिन लोक निर्माण विभाग ने धीरे धीरे दरक रही पहाड़ी एवं गिर रहे पत्थरों का निदान करने की ओर कुछ नहीं किया। इसी का परिणाम रहा कि मंगलवार को इतनी अधिक संख्या में लोग काल का ग्रास बन गए हैं।
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