अब इंजेक्शन लगने पर नहीं होगा दर्द
इंजेक्शन लगवाने से डरने वाले लोगों को यह खबर राहत दे सकती है। ब्रिटिश वैज्ञानिक ओलिवर ब्लैकवेल ने सुई लगवाते समय दर्द न हो इसका हल ढूंढ़ लिया है। ...और पढ़ें

लंदन। इंजेक्शन लगवाने से डरने वाले लोगों को यह खबर राहत दे सकती है। ब्रिटिश वैज्ञानिक ओलिवर ब्लैकवेल ने सुई लगवाते समय दर्द न हो इसका हल ढूंढ़ लिया है।
उन्होंने 'इनसुजेट' नामक एक ऐसा यंत्र बनाया है, जो आम सीरिंज की तरह ही दिखता है, लेकिन दोनों में खास फर्क है। इस सीरिंज में एक छोटी सुई भी है, जो पहले लोकल एनसथिसिया देकर इंजेक्शन वाली जगह को सुन्न कर देती है, इसलिए जब बड़ी सुई त्वचा में जाती है, तो दर्द का एहसास नहीं होता। यानी सीरिंज में दो सुइयां हैं, पहली सुई जिसमें एनसथिसिया होता है और उससे कोई दर्द नहीं होता और दूसरी सुई के लगते वक्त तक वो जगह सुन्न हो चुकी होती है।
कहा, 'पहली सुई का एहसास ठीक वैसा ही है जैसे हथेली पर कोई मक्खी बैठ रही हो।' ब्लैकवेल ने यह सुई विशेषज्ञों, दो चिकित्सकों और रॉयल कॉलेज ऑफ एनस्थेटिस्ट्स के पूर्व निदेशक की मदद से बनाई है। लंदन के रॉयल फ्री हॉस्पिटल के वरिष्ठ एनस्थेटिस्ट डॉक्टर एलेन मैकग्लेनन ने बताया कि लोगों में सुई लगवाने का डर मनोवैज्ञानिक होता है। ब्लैकवेल का आविष्कार कई तरह की जांच से गुजर चुका है, इसके बावजूद उसे अभी कई परीक्षणों से गुजरना होगा, ताकि बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन किया जा सके। फिलहाल किसी भी मरीज को एनसथिसिया देने के लिए अलग से एक इंजेक्शन लगाना पड़ता है, जिसके लिए दोहरी तैयारी और मेहनत की दरकार होती है। कई साल पहले जापान के वैज्ञानिकों ने एक छोटी सीरिंज का आविष्कार करने का दावा किया था जिसके इस्तेमाल से बिना दर्द के इंजेक्शन दिए जा सकते हैं। यह उन लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर थी, जो डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित हैं और जिन्हें रोज इंसुलिन का इंजेक्शन लेना पड़ता है।
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