सेहत संवारे ओट
ओट में इनोजिटॉल नामक तत्व पाया जाता है, जो ब्लड कोलेस्टेरॉल के स्तर को बरकरार रखने का एक बेहतरीन स्रोत है। ओटमील और ओट के चोकर में पर्याप्त डाइटरी फाइबर होता है। इसमें पाया जाने वाला सॉल्युबल फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। अक्सर लोग कई
ओट में इनोजिटॉल नामक तत्व पाया जाता है, जो ब्लड कोलेस्टेरॉल के स्तर को बरकरार रखने का एक बेहतरीन स्रोत है। ओटमील और ओट के चोकर में पर्याप्त डाइटरी फाइबर होता है। इसमें पाया जाने वाला सॉल्युबल फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। अक्सर लोग कई तरह की पेट की समस्याओं जैसे एसिडिटी, जलन और अपच से ग्रस्त होते रहते हंै। आहार में ओट को महत्व देने से इन समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
स्वास्थ्यकर बे्रकफास्ट: आपने सुना होगा कि दिन की अच्छी शुरुआत करने के लिए ब्रेकफास्ट बहुत जरूरी होता है। तो यह जान लें कि दिन की शुरुआत के लिए एक बाउल ओटमील से अच्छा कोई दूसरा मील नहीं है। ओट में सोल्युबल और अनसोल्युबल दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं। अनसोल्युबल फाइबर पानी में नहीं घुल
पाता। यह स्पॅन्जी होता है, जो कब्ज को दूर करने में मदद करता है। साथ ही पेट को खराब होने से भी बचाता है।
मिनरल्स और विटामिंस से भरपूर: ओट में कैल्शियम, पोटेशियम, विटामिन बी-कॉम्पलेक्स और मैग्नीशियम होता है, जो नर्वस सिस्टम के अच्छी तरह से संचालन के लिए बहुत जरूरी होता है। ये मिनरल्स और विटामिंस दिल घबराने जैसी आम समस्याओं में बहुत लाभदायक होते हैं।
अतिरिक्त वसा करे कम: पके हुए ओट्स शरीर से अतिरिक्त फैट को कम करते हैं। ओट हृदय रोग के खतरों की रोकथाम करने में सहायक है।
डाइबिटीज में लाभप्रद
अगर आप डाइबिटीज से ग्रस्त हैं, तो ओट का सेवन करें। ऐसा इसलिए,क्योंकि यह शरीर में ब्लड शुगर और इंसुलिन को नियंत्रित करने में सहायक है।
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