Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब ठीक हो सकेगी टेढ़ी नाक!

    By Edited By:
    Updated: Thu, 07 Feb 2013 11:12 AM (IST)

    लखनऊ। टेढ़ी नाक अब कोई समस्या नहीं है। चोट, किसी विकृति या फिर जन्मजात यदि नाक टेढ़ी हो गई हो जिससे सास लेने में दिक्कत हो या बार-बार जुकाम हो जाता हो ...और पढ़ें

    Hero Image

    लखनऊ। टेढ़ी नाक अब कोई समस्या नहीं है। चोट, किसी विकृति या फिर जन्मजात यदि नाक टेढ़ी हो गई हो जिससे सास लेने में दिक्कत हो या बार-बार जुकाम हो जाता हो तो यह समस्या दूर हो सकती है। ऑपरेशन से न केवल नाक सुडौल होगी, बल्कि खोया हुआ आत्मविश्वास भी वापस आ सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजीव अग्रवाल बताते हैं कि नाक चेहरे का अहम् हिस्सा है। इसकी बनावट सही न होने के कारण पूरा चेहरा प्रभावित होता है। कई बार तो सास लेने व बार-बार जुकाम होने जैसी समस्या भी हो जाती है। इससे आत्मविश्वास में भी कमी आती है। डॉ.अग्रवाल के अनुसार नाक की विकृति को आसानी से ऑपरेशन से दूर किया जा सकता है।

    उन्होंने बताया कि नाक की कुछ आम विकृतिया जैसे कटे होंठ के साथ दबी नाक, जन्म से टेढ़ी नाक, लंबी नाक, हड्डी का उभरा होना व नाक पर ट्यूमर हो ऐसे में आधुनिक शल्य प्रक्त्रिया के जरिए इसे दुरुस्त किया जा सकता है। इसके लिए कई नई तकनीकें ईजाद की गई हैं। डॉ.अग्रवाल के अनुसार नई तकनीकों ने ऑपरेशन को काफी सरल व प्रभावी बना दिया है। कई बार तो अंदरूनी हिस्से से किए गए ऑपरेशन में यह पहचानना मुश्किल हो जाता है कि ऑपरेशन भी हुआ है, क्योंकि नाक पर कोई निशान नहीं आता। ऑपरेशन से नाक की हड्डी के विकार, कार्टिलेज के विकार व नाक के पर्दे को आसानी से ठीक किया जा सकता है। दबी नाक को दुरुस्त करने के लिए शरीर के ही किसी भाग से हड्डी निकाल कर लगाई जाती है। हड्डी को नाक का आकार देने के लिए तराश कर इंप्लाट कर दिया जाता है।

    नहीं होगा बार-बार जुकाम : कई लोगों की जन्म से ही नाक टेढ़ी होती है जो आयु बढ़ने के साथ बढ़ती जाती है। इससे नाक का छेद अवरुद्ध होने लगता है। जिससे बार-बार जुकाम होने की शिकायत हो जाती है और सिर में भारीपन भी रहता है। यह विकृति प्राय: आनुवंशिक होती है। इसे दुरुस्त करने के लिए नाक का पर्दा, हड्डी व कार्टिलेज को सीधा करना पड़ता है। ऐसे रोगियों में कई बार अतिरिक्त हड्डी भी लगानी पड़ती है। सर्जरी के बाद सात से दस दिन में मरीज पूर्णतया ठीक हो जाता है।

    रूमा सिन्हा,

    मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर