वजन को कम करने में जीन नहीं है बाधक
ब्रिटिश वैज्ञानिकों के शोध में इस प्रचलित अवधारणा के विपरीत नए तथ्य सामने आए हैं। उनके मुताबिक, यह जरूरी नहीं कि वजन कम करने में जीन बाधा ही उत्पन्न करे।
लंदन, एजेंसी। मोटापा महामारी बन चुका है। जीवनशैली में बदलाव के चलते यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके लिए जीन को भी जिम्मेदार माना जाता है। साथ ही वजन कम करने में (वेट लॉस) जीन को बाधक भी माना जाता है। ब्रिटिश वैज्ञानिकों के शोध में इस प्रचलित अवधारणा के विपरीत नए तथ्य सामने आए हैं। उनके मुताबिक, यह जरूरी नहीं कि वजन कम करने में जीन बाधा ही उत्पन्न करे।
यह जीन फैट से जुड़़ा होता है। इसे एफटीओ जीन कहा जाता है। न्यू कैसल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि खानपान में उचित सुधार और शारीरिक सक्रियता बढ़ाकर सामान्य इंसान की तरह ही मोटापे के शिकार व्यक्ति भी अपना वजन कम कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में जीन बाधा उत्पन्न नहीं करता है। साथ ही इसका जेनेटिक बनावट से भी कोई लेना-देना नहीं रहता है। मोटापे के चलते दिल की बीमारी और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।