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अब मोटापे से बचना होगा आसान

येल यूनिवर्सिटी की निकोला सैंटोरो ने बताया कि मोटापे के शिकार बच्चों में गट बैक्टीरिया की संरचना बिलकुल अलग होती है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 28 Sep 2016 02:50 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2016 02:55 PM (IST)

न्यूयॉर्क, एजेंसी। मोटापे के शिकार और दुबले-पतले बच्चों में एकमहत्वपूर्ण अंतर पाया गया है। अमेरिकी शोधकर्ताओं के मुताबिक, दोनों श्रेणी के बच्चों के गट बैक्टीरिया अलग-अलग तरह के होते हैं। आंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया की पाचन तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। भविष्य में इसकी मदद से मोटापे से निपटने में मदद मिलने की उम्मीद जगी है। गट बैक्टीरिया फैट के वितरण में भी महत्वपूर्ण योगदान करता है।

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येल यूनिवर्सिटी की निकोला सैंटोरो ने बताया कि मोटापे के शिकार बच्चों में गट बैक्टीरिया की संरचना बिलकुल अलग होती है। तंदुरस्त बच्चों-किशोरों के गट बैक्टीरिया का अध्ययन कर मोटापे के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को नियंत्रित किया जा सकेगा। मालूम हो कि दुनिया भर में मोटापा महामारी का रूप ले चुका है। इसकी वजह से कई अन्य तरह की बीमारियां भी पैर पसारने लगी हैं। मोटापे की समस्या से निपट कर कई बीमारियों से दूर रहा जा सकेगा।

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