Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Yamunagar Triple Murder case: गोगी गैंग के शूटर राहुल उर्फ फौजी का हाथ, गैंगस्टर सिग्नल एप से करते थे संपर्क

    यमुनानगर तिहरे हत्याकांड में गोगी गैंग के शूटर राहुल उर्फ फौजी की संलिप्तता पाई गई है। काला राणा और रोहित मोई की दोस्ती के कारण रोहित ने राहुल को भेजा था। नीरज नामक व्यक्ति ने राहुल को पानीपत तक पहुंचाया। गैंगस्टर सिग्नल एप के माध्यम से संपर्क में थे जिससे उनकी पहचान मुश्किल हो गई। राहुल को सिवाह में छोड़कर वह करनाल की ओर रवाना हो गया था।

    By Avneesh kumar Edited By: Suprabha Saxena Updated: Wed, 27 Aug 2025 03:10 PM (IST)
    Hero Image
    तिहरे हत्याकांड में गोगी गैंग के शूटर राहुल उर्फ फौजी का हाथ

    अवनीश कुमार, यमुनानगर। 26 दिसंबर 2024 को खेड़ी लक्खा सिंह पुलिस चौकी के पास हुए तिहरे हत्याकांड में शूटर सोनीपत के गांव शाहपुर तुर्क निवासी राहुल उर्फ फौजी भी शामिल था। वह गोगी गैंग का शूटर है। काला राणा व गोगी गैंग को ऑपरेट कर रहे रोहित मोई के बीच दोस्ती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दोनों की मंडौली जेल में दोस्ती हुई। काला राणा के कहने पर ही रोहित मोई ने शूटर राहुल उर्फ फौजी को भेजा। उसे रोहित का दोस्त नीरज अपने कार में लेकर आया था। नीरज को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया था। उसका चालान कोर्ट में दिया जा चुका है।

    पुलिस चालान के अनुसार, सोनीपत के गांव जठेडी निवासी नीरज बीए तक पढ़ा हुआ है। कॉलेज में पढ़ते हुए उसकी दोस्ती सोनीपत के गांव मोई निवासी रोहित से हुई थी। बाद में रोहित मोई गोगी गैंग के साथ मिलकर काम करने लगा था। इसके साथ ही फैक्ट्रियों में पानी के कैंफर की सप्लाई का भी काम करता था। गोगी की मौत के बाद रोहित ही इस गैंग को चलाने लगा। फिलहाल वह मंडौली जेल में बंद है। वहीं से गैंग चला रहा है।

    रोहित मोई व काला राणा की गहरी दोस्ती है। दोनों अपने गिरोह के सदस्यों के माध्यम से एक दूसरे की मदद कर वारदात को अंजाम दिलवाते हैं। रोहित के जेल जाने के बाद भी उसकी नीरज से दोस्ती रही। वह उसके गैंग के लिए काम करने लगा। जेल से ही सिग्नल एप के जरिए रोहित मोई उससे बात करता था।

    नीरज के मोबाइल में भी उसका नंबर जेकेआर के नाम से सेव है। दिसंबर में रोहित मोई की नीरज से बात हुई। जिसने कहा कि उसके पास राधे नाम के व्यक्ति का काल आएगा जो विदेश में हैं। उससे बात कर लेना। शराब के कारोबारियों की हत्या को अंजाम देना है।

    सिग्नल एप पर आई कॉल, शूटर को छोड़ा पानीपत

    गैंग्सटरों व उनके गुर्गों के बीच सिग्नल एप के माध्यम से बात होती है। जिसमें नंबर नहीं दिखता। यह नंबर ट्रेस भी नहीं होता। नीरज के पास राधे ने सिग्नल एप पर कॉल की और कहा कि विशवा मील राई पर एक रोहित मोई का शूटर शाहपुर तुर्क निवासी राहुल उर्फ भोलू उर्फ फौजी मिलेगा। उसे छोड़ना है।

    नीरज अपने साथी की कार लेकर राहुल से मिला। उसे वह पहले भी मिल चुका था और अच्छी तरह से जानता है। उससे बात हुई तो उसने कहा कि पानीपत तक छोड़ देना। वहां से यमुनानगर में जाना है। शराब ठेकेदानरों की हत्या को अंजाम देना है।

    सिवाह से राहुल फौजी दूसरी कार में गया

    23 दिसंबर 2024 को नीरज अपने साथ कार में राहुल फौजी को लेकर गांव कामी भूरी गन्नौर वाले रास्ते से निकला ताकि वह सोनीपत टोल के सीसीटीवी में न आ सके। वहां से उसे गांव सिवाह में फ्लाईओवर के पास छोड़ा। जहां से राहुल ब्रेजा कार में करनाल की ओर निकल गया।

    बाद में रोहित मोई की नीरज से बात हुई। जिसने बताया कि यमुनानगर में तीन ठेकेदारों का मर्डर किया गया है। जिस ब्रेजा कार में राहुल फौजी को सिवाह में फ्लाईओवर के पास लेकर गए। वह कार धर्मवीर लेकर आया।

    सन्नी सलेमपुर के कहने पर वह कार लेकर आया और राहुल फौजी को इंद्री में छोड़ दिया। इस बीच सन्नी सलेमपुर उससे लगातार मोबाइल पर अपडेट लेता रहा। धर्मवीर का रादौर में वीजा सेंटर है। उसने ही सन्नी सलेमपुर की पत्नी का वीजा लगवाया था। सन्नी सलेमपुर ने उसे राहुल फौजी व इस वारदात के बारे में नहीं बताया। उसने रिश्तेदार को लेकर आने की बात कहकर भेजा था।