Haryana News: जिले के 56 अतिसंवेदनशील गांवों में अभी भी जलमग्न, निकासी के किए जा रहे प्रबंध
यमुनानगर में उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बाढ़ बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे कराकर मुआवजा देने की बात कही। जिले के 56 अति संवेदनशील गांवों में पानी निकासी के प्रबंध किए जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा विस्थापित लोगों के लिए ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई है।

जागरण संवाददाता, यमुनानगर। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कैम्प कार्यालय में बाढ़ बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे उच्च अधिकारियों की बैठक ली। डीसी ने बताया कि जिला में बरसात के कारण जिन लोगों के मकानों का नुकसान हुआ है उन मकानों का सर्वे करवाकर सरकार द्वारा उचित मुआवजा दिलवाया जाए।
उपायुक्त ने बताया कि जिले के 56 अति संवेदनशील गांवों के खेतों में पानी खड़ा है उसकी निकासी के उचित प्रबंध किए जा रहे हैं और धीरे-धीरे जल स्तर घट रहा है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा जिले के अन्य लगभग 300 गांवों में फोन पर सम्पर्क कर निरंतर जानकारी ली जा रही है।
उन्होंने बताया कि बरसात के कारण जिन लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हुए है, प्रशासन द्वारा ऐसे विस्थापित लोगों को ठहरने और भोजन, पानी आदि की व्यवस्था उपलब्ध करवाई जा रही है।
डीसी ने सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे समय पर रिपोर्ट भेजना सुनिश्चित करें जिससे समय रहते लोगों को बाढ़ बचाव सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त नवीन आहूजा, जगाधरी के एसडीएम विश्वनाथ, नगराधीश पीयूष गुप्ता, जिला राजस्व अधिकारी तरूण सहोता, डीआईपीआरओ डॉ मनोज कुमार, डीडीपीओ नरेन्द्र सिंह मौजूद रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।