खेड़ा बाबा मंदिर में हुई पूजा अर्चना
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के पावन उपलक्ष्य पर विशाल भंडारे का अ

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के पावन उपलक्ष्य पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इससे पहले खेड़ा बाबा मंदिर में पूजा अर्चना हुई। समाजसेवी महेंद्र महेंद्र मित्तल ने बताया कि भारी संख्या में व्यापारी खेड़ा बाबा मंदिर में पहुंचे और नगर खेड़ा बाबा के जयकारों के साथ प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम के दौरान मेयर मदन चौहान सहित बेबी परिधी, अनुष्का, पूर्वा, यशी, अंश, माधव, राघव, संजय, अभिराज राणा, शीशपाल शर्मा, अश्वनी शर्मा, नवीन अग्रवाल, रोशन चानना, मिलन, राहुल, रोहित, ओमप्रकाश तलूजा व अन्य उपस्थित रहे। प्रभु के नाम का सिमरन जरूरी : कौशल
बिलासपुर के मंगलौर गांव में ग्रामरीणों के सहयोग से शिव मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया। कथा से पूर्व कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में गांव की महिलाओं ने भाग लिया। कथा यात्रा कथा स्थल मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। कथा व्यास कृष्ण कौशल ने कहा कि दासी पुत्र नारद की तरह भगवान की भक्ति हमारे मन में आ जाए तो भगवान का मिलना दूर नहीं है। करोड़ों कर्माें को छोड़कर भगवान का भजन दान पुण्य कार्य जीवन को सफल बनाते हैं। मानव को सद्कर्म करते रहना चाहिए। सच्चे मन से प्रभु के नाम का सिमरन करने से धरती पर ही स्वर्ग ही अनुभूति है। कलयुग में परमात्मा का नाम सिमरन करने से मुक्ति मिल जाती है। कथा व्यास कृष्ण कौशल ने अपने प्रवचनों मे कहा कि कोई व्यक्ति धर्म से बड़ा होता है उसे धर्म नही कहते है जो व्यक्ति भक्ति ज्ञान में बड़ा होता उसे बड़ा कहते हैं। भगवान भाव के भूखे हैं। जिस प्रकार से हम ठाकुर को देख न देख ठाकुर हमेशा हमारे प्रत्येक कर्म को देख रहे हैं। मानव को अपने जीवन में सद्कर्म करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। निष्काम भाव से समाज सेवा करना ही प्रभु की सच्ची सेवा के समान है। जब तक भगवान की कृपा नहीं होती परमात्मा के दर्शन नही सकते है। सत्कर्म संसार में एक ही है। श्रीमद् भागवत कथा के अनुसार जहां भक्त होते हैं। भगवान स्वयं आ जाते हैं। सत्संग में परमात्मा का निवास होता है। इस मौके पर सरपंच सुरेश कुमार, लेख राज, तारा चंद, संतोषानंद, श्याम लाल , कंवर पाल, आशु, ओमबीर, सुभाष चंद, सुरेन्द्र कुमार, मेम सिंह, बलकार सिंह, देव सिंह व मोंटी उपस्थित रहे।
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