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    यमुनानगर: मौत को न्योता दे रहे रेत के ट्रक, जठलाना-गुमथला मार्ग पर बर्म न बनने से बढ़ी समस्या

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 03:06 PM (IST)

    लाडवा में भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध के बाद, खनन क्षेत्र से निकलने वाले वाहनों ने जठलाना-गुमथला मार्ग का रुख किया है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा ...और पढ़ें

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    जठलाना-गुमथला मार्ग पर बरम न बनने से बढ़ी समस्या (फोटो: जागरण)

    जागरण संवाददाता, यमुनानगर। सीएम सिटी लाडवा में दिन के समय भारी वाहनों के प्रवेश से रादौर विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों की परेशानी बढ़ गई है।

    माइनिंग जोन से निकलने वाले वाहनों ने जठलाना-गुमथला व अन्य लिंक मार्गों पर दौड़ना शुरू कर दिया। जठलाना-गुमथला मार्ग की बरम न बनने के कारण यहां कर दिन रेत से भरे वाहन पलट रहे हैं।

    कोहरा अधिक होने के कारण परेशानी और भी अधिक बढ़ गई है। इस मार्ग से वाहनों से तांता लगा रहता है। मार्ग पर सरकारी व निजी स्कूल होने के कारण हादसे की संभावना हर समय बनी रहती है। ग्रामीणों की मांग है कि इन वाहनों का समय निर्धारित किया जाए।

    हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव सतीश दत्ताना, मंधार से मास्टर राजपाल, संधाली निवासी बलविंद्र कांबोज, विनोद कुमार संधाला, रमेश संधाला, न्यौरती राम संधाली, सुरेश, बरेहड़ी निवासी मनीष कुमार ने बताया कि यमुना नदी के अलग-अलग घाट से हर भारी दिन भारी संख्या में रेत से भरे वाहन निकल रहे हैं।

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    यह वाहन पहले रादौर से होकर लाडवा होते हुए कुरुक्षेत्र, करनाल व शाहबाद की ओर निकल जाते थे। लेकिन कुछ समय पहले सीएम सिटी लाडवा में दिन के समय भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है।

    जिसके कारण के कारण रेत से भरे इन वाहनों ने जठलाना गुमथला मार्ग सहित अन्य लिंक मार्गों की ओर से रुख कर लिया। जिसके कारण गांव गुमथला, संधाला, संधाली, लाल छप्पर, माडल टाउन करेहड़ा, जठलाना सहित अन्य कई गांवों की परेशानी बढ़ गई।

    ग्रामीणों ने बताया कि रेत से भरे यह वाहन बेलगाम दौड़ते हैं। इनमें न तो वजन का कोई मापदंड है और न ही गति की सीमा। नव निर्मित जठलाना-गुमथला मार्ग पर बरम न होने के कारण परेशानी अधिक बढ़ गई है।

    सड़क की चौड़ाई कम है। साइड में वाहन के उतरने की जगह नहीं है। हालांकि कुछ समय पहले बरम पर कहीं-कहीं मिट्टी डाली गई थी। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। कई जगह तो सड़क व बरम में काफी अंतर आ गया है।

    ऐसे में हर दिन कहीं न कहीं वाहन पलट रहे हैं। पीड्ब्ल्यूडी ने यमुनानगर से शादीपुर तक साइडों में टाइलें बिछाकर पल्ला झाड़ लिया। इससे आगे गुमथला तक स्थिति खराब है।

    लिंक मार्गों पर भारी वाहनों की आवाजाही के कारण आसपास के ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर समाधान की मांग की है। कांग्रेस नेता सतीश दत्ताना ने कहा कि इस मुद्दे को विपक्ष जोरदार तरीके से विधानसभा में उठाएगा।

    क्योंकि क्षेत्र की समस्याओं को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं है। अधिकांश सड़कों की स्थिति खराब है। रेत से भरे वाहनों के कारण हर दिन हादसे हो रहे हैं।

    भारी वाहनों के गुजरने का समय निर्धारित किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि ऐसे वाहनों की वजह से सड़कों पर हर दिन हादसे हो रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।