तुर्किये की अर्थव्यवस्था पर कड़ा प्रहार, हरियाणा के व्यापारियों ने किया बायकॉट; दुकानों पर इन सामानों की बिक्री बंद
भारत-पाकिस्तान तनाव के बाद तुर्किये और अजरबैजान द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने पर भारत में उनके सामान का बहिष्कार शुरू हो गया है। यमुनानगर में व्यापारियों ने तुर्किये और अजरबैजान से आयात बंद कर दिया है जिससे व्यापार पर असर पड़ा है। सोशल मीडिया पर भी बायकॉट अभियान चल रहा है और व्यापारी अब भारत-विरोधी देशों का सामान नहीं बेचने का संकल्प ले रहे हैं।

दीपक प्रजापति, यमुनानगर। भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच तुर्किये समेत कई देशों के द्वारा पाकिस्तान का साथ दिए जाने के बाद व्यापारियों ने कई देशों के सामान का बायकॉट करना शुरू कर दिया है। तुर्किये व अजरबैजान समेत कई देशों की वस्तुओं की बिक्री व्यापारियों ने अपनी दुकान पर बंद कर दी है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी इनके सामान की बायकॉट के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
पहलगाम आतंकी हमले व ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया। इसके बाद भारतीय कंपनियां और ग्राहक पाकिस्तान और उसके सहयोगी देशों से किनारा कर रहे हैं। भारत ने इन दोनों देशों से आयात-निर्यात बंद करने का फैसला किया है।
इसका असर यमुनानगर में भी दिखाई दे रहा है। आयात-निर्यात न होने पर जिले से ही तुर्किये व अजरबैजान का करीब पांच से 6 करोड़ रुपये हर माह होने वाला व्यापार बंद हो गया है। व्यापारियों का कहना है कि ये दोनों देश भारत का विरोध कर पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं। इसलिए इन देशों से कोई भी सामान आयात नहीं किया जाएगा।
तुर्किये की अर्थव्यवस्था पर कड़ा प्रहार
तुर्किये व अजरबैजान से सेब, ड्राई फ्रूट्स, मार्बल, कपड़ा, चाय-कॉफी जैसे कई अन्य सामानों का आयात होता है। कपड़े के थोक विक्रेताओं का कहना है कि पहले वह तुर्किये से आने वाले लिनेन की बिक्री करते थे, लेकिन अब इसकी जगह पर भारतीय या अन्य देशों में बने उत्पादों को प्राथमिकता के आधार पर बेचेंगे। इससे इन देशों की अर्थव्यवस्था पर कड़ा प्रहार होगा।
सोशल मीडिया से जमीन पर बायकॉट
बायकॉट तुर्की ट्रेड अब सोशल मीडिया से निकलकर शहर व जिले की सड़कों पर उतर चुका है। इंस्टाग्राम, फेसबुक और एक्स पर लोग अपने वीडियो और फोटो शेयर कर रहे हैं। जिसमें ये तुर्की के उत्पादों को हटाते व नकारते हुए दिखाई दे रहे हैं।
आतंकी हमले व ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान का समर्थन करने वाले देशों का कोई भी माल व्यापारी नहीं बेचेंगे। हम देशभक्त हैं और देश व सरकार के साथ खड़े है। भारत सरकार ने बहुत कठिन समय में तुर्किये व अजरबैजान की मदद की थी, लेकिन अब वह पाकिस्तान का साथ दे रहे हैं। देश का व्यापारी एकजुट हैं।
- महेंद्र मित्तल, प्रदेश अध्यक्ष उद्योग व्यापार मंडल हरियाणा।
फल कारोबारियों ने भी तुर्किये से कारोबार करने से मना कर दिया है। मंडी के आढ़तियों का कहना है कि जो भारत के खिलाफ है उसका कोई भी सामान नहीं बेचेंगे। उनका कहना है कि कुछ भी हो जाए, वहां का सेब नहीं बेचा जाएगा। फल मंडी के व्यापारी कश्मीर व हिमाचल के सेब को प्राथमिकता दे रहे हैं।
- अमृत वधावन, फल मंडी प्रधान यमुनानगर।
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