हरियाणा के 70 करोड़ के धान घोटाले का मुख्य आरोपी संदीप सिंगला को भेजा गया जेल, पत्नी अभी भी फरार
हरियाणा के यमुनानगर में 70 करोड़ रुपये के धान घोटाले के मुख्य आरोपी संदीप सिंगला को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। संदीप सिंगला की पत्नी अभी भी ...और पढ़ें

धान घोटाला: मुख्य आरोपित संदीप सिंगला भेजा जेल, पत्नी को नहीं ढूंढ पाई पुलिस
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। करीब 70 करोड़ रुपये के बहुचर्चित धान घोटाले के मुख्य आरोपित छछरौली निवासी संदीप सिंगला को आठ दिन के रिमांड पर पूछताछ पूरी होने के बाद पुलिस ने अदालत में पेश किया। वहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। संदीप सिंगला की पत्नी रितिका अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उसकी तलाश के लिए दबिश जारी है।
पुलिस की विशेष जांच टीम के अनुसार रिमांड के दौरान संदीप सिंगला ने पूछताछ में मार्केट कमेटी मंडी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग व हेफेड से जुड़े कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम बताए हैं, जो धान की खरीद, रिकार्ड और भौतिक सत्यापन से जुड़े थे। पुलिस फिलहाल जांच प्रभावित न हो, इसलिए इन नामों का खुलासा नहीं कर रही है। सिंगला व्यासपुर थाने में दर्ज केस में रिमांड पर था।
जिनके खातों में पेमेंट आई, पुलिस उनकी भी कर सकती जांच
पुलिस ने पूछताछ के दौरान रणजीतपुर स्थित संदीप सिंगला की दो राइस मिलों से जुड़े धान खरीद गेट पास, अप्रैल से नवंबर माह के खरीद रिकार्ड, परिवहन के दस्तावेज, खाद्य आपूर्ति विभाग की प्रस्तुत रिपोर्ट, भौतिक सत्यापन से संबंधित दस्तावेज, स्टाक स्थिति के रिकार्ड और अन्य महत्वपूर्ण कागजात कब्जे में लिए हैं।
पुलिस का कहना है कि दस्तावेज और रिकार्ड धान की काल्पनिक खरीद, मिलिंग के फर्जी दस्तावेज और परिवहन शुल्क के भुगतान में गड़बड़ियों की पुष्टि करते हैं। जिनके खातों में पेमेंट आई, पुलिस की जांच उन तक भी पहुंच सकती है। बता दें कि करनाल में 25 किसानों के खाते पुलिस फ्रीज करा चुकी है।
संदीप सिंगला और उसकी पत्नी रितिका पर छछरौली और प्रतापनगर थानों में पांच राइस मिलों में हुए धान गबन के अलग-अलग दो मामले दर्ज हैं। एसआइटी की ओर से की जा रही जांच में यह पाया कि रणजीतपुर स्थित दो राइस मिलों को मिलिंग पॉलिसी के तहत कुल 59926.124 क्विंटल धान आवंटित किया था।
13 नवंबर को विभाग के निदेशक ने प्रतापनगर में दंपती के राइस मिलों का औचक निरीक्षण किया था। उस दौरान लगभग 42 करोड़ रुपये का घोटाला उजागर हुआ था। इसके बाद निदेशक के निर्देश पर रणजीतपुर स्थित राइस मिलों में 14 नवंबर को की गई भौतिक जांच में मात्र 24504.375 क्विंटल धान ही पाया गया।
इस प्रकार 35421.75 क्विंटल धान का गबन सामने आया। दंपती की कुल सात मिलों में धान की कीमत, मंडी फीस, बारदाना और परिवहन शुल्क मिलाकर करीब 70 करोड़ रुपये की राशि सरकारी राजस्व को नुकसान के रूप में सामने आई है।
जो भी घोटाले में शामिल, उसको छोड़ा नहीं जाएगा
एसआईटी प्रमुख और डीएसपी जगाधरी राजीव मिगलानी ने बताया कि आरोपित संदीप सिंगला की रिमांड अवधि में कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं और रिकार्ड कब्जे में ले लिया है।
गहनता से हुई पूछताछ में कई नाम सामने आए हैं, लेकिन जांच की प्रक्रिया प्रभावित न हो, इसलिए फिलहाल खुलासा नहीं किया जा सकता। मिगलानी ने बताया कि आरोपित की पत्नी रितिका की तलाश जारी है। जल्द ही छछरौली तथा प्रतापनगर थानों में दर्ज मामलों में भी गिरफ्तारी की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। घोटाले में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

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