50 हजार के इनामी बदमाश रजत की मौत की मजिस्ट्रियल जांच शुरू, मुठभेड़ में हुआ था ढेर
यमुनानगर में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए 50 हजार के इनामी रजत की मौत की मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है। रादौर एसडीएम नरेंद्र कुमार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो पुलिस पर हमले और जवाबी फायरिंग की जांच करेंगे। रजत पर यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में सात मामले दर्ज थे, जिनमें रंगदारी के लिए फायरिंग भी शामिल है। पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी।
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पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए 50 हजार के इनामी रजत की मजिस्ट्रियल जांच होगी।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। 20 सितंबर 2025 को पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए 50 हजार के इनामी नोनी राणा गैंग के गुर्गे रजत की मौत की मजिस्ट्रियल जांच बिठाई गई है। डीसी पार्थ गुप्ता ने रादौर एसडीएम नरेंद्र कुमार को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। वह रादौर थाना में दर्ज पुलिस पर हमले और जवाबी फायरिंग में रजत के मारे जाने की जांच करेंगे।
यदि किसी के पास इस घटनाक्रम से जुड़ा कोई सुबूत या ब्यान है तो वह भी रादौर एसडीएम के समक्ष रखा जा सकता है। दस दिसंबर को विस्तृत जांच के लिए घटनास्थल का निरीक्षण एसडीएम करेंगे। एसडीएम ने बताया कि आमजन भी इस घटनाक्रम को लेकर बयान दे सकता है।
मूल रूप से करनाल के गांव शेरगढ़ निवासी 24 वर्षीय रजत अपने फूफा के पास कुरुक्षेत्र के लाडवा में रहता था। 14 नवंबर की रात को रजत ने अपने साथियों के साथ मिलकर माडल टाउन स्थित बरनाला शोरूम के बाहर फायरिंग की। इसके लगभग तीन घंटे बाद लाडवा में शराब ठेके के बाहर फायरिंग की थी।
दोनों वारदात रंगदारी न देने को लेकर हुई थी। नोनी राणा गैंग ने यह वारदात कराई थी। जिसके बाद ही पुलिस रजत की तलाश में लगी हुई थी। 20 सितंबर को सूचना मिली कि रजत रादौर एरिया में है। वह अंबाला शामली निर्माणाधीन हाईवे से होकर निकलेगा। जिस पर सीआइए की टीमों ने उसे पकड़ने के लिए नाकाबंदी की।
इस दौरान ही उसने पुलिस को देख लिया और फायरिंग शुरू कर दी थी। दोनों ओर से कई राउंड फायर हुए थे। जिसमें एक गोली सीआइए टू के प्रभारी राकेश कुमार को भी लगी थी। वह बाजू में गोली लगने से घायल हो गए थे। वहीं जवाबी फायरिंग में गोली लगने से रजत भी घायल हो गया था। उसे अस्पताल में लेकर आए थे। यहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
सात केस दर्ज थे रजत पर
बदमाश रजत पर यमुनानगर व कुरुक्षेत्र में सात केस दर्ज थे। इसमें कुरुक्षेत्र में पांच केस आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट व झगड़े हैं, जबकि यमुनानगर में माडल टाउन में बरनाला शोरूम पर फायरिंग अौर रादौर में पुलिस पर फायरिंग करने का दर्ज हुआ था।

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