Haryana Crime News: एनआरआई अपहरण मामले में राजस्थान के दो युवक गिरफ्तार, 70 लाख की मांगी थी फिरौती
Yamuna Nagar Crime News: यमुनानगर में, एनआरआई का अपहरण कर 70 लाख रुपये की फिरौती मांगने के मामले में सीआइए वन की टीम ने राजस्थान से दो आरोपितों को गिर ...और पढ़ें

एनआरआई अपहरण मामले में राजस्थान के दो युवक गिरफ्तार (File Photo)
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। Yamunanagar NRI kidnapping: फर्कपुर थाना में दर्ज 70 लाख रुपये की फिरौती मांगने के मामले में सीआइए वन की टीम ने राजस्थान से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपितों की पहचान जिला चुरू के गांव बास ढाका निवासी अमी लाल व कलियासर निवासी मुकेश कुमार के रूप में हुई है। दोनों आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलिस को दी शिकायत में सुढैल निवासी सुखदेव सिंह ने बताया था कि उसका भानजा रणजीत गार्डन ससौली निवासी अमन लगभग 20 वर्ष से इटली में रह रहा हे। दीपावली पर वह घर आया हुआ था।
30 अक्टूबर को भानजा अपने दोस्त रेलवे कालोनी निवासी राकेश उर्फ रिक्की के साथ कार से कुरुक्षेत्र के धनौरा जट्टान में रिश्तेदार मोहित कुमार के पास गया हुआ था। वहां से उसने दो लाख रुपये लिए और काम के लिए दिल्ली चला गया। इसके बाद शाम को सात बजे वाट्सएप पर काल आई कि अमन का अपहरण कर लिया गया है। यदि उसे छुड़वाना है तो 70 लाख रुपये दो। इसके बाद अगले दिन दोपहर को फिर से वाट्सएप पर काल आई और 70 लाख रुपये पानीपत या सोनीपत भिजवाने को कहा।
अमन से भी बात कराई। उन्हें कहा कि अभी इतने रुपये नहीं है। इस मामले में फर्कपुर थाना में केस दर्ज हुआ था। हालांकि फर्कपुर थाना प्रभारी जनक राज ने बताया कि उनके पास शिकायत आई थी। केस दर्ज किया गया। जिस युवक के अपहरण की बात कही गई है। उसे राजस्थान पुलिस ने दुष्कर्म के केस में पकड़ा है। इससे दोनों पक्षों के बीच समझौते की बात चल रही थी। वहीं इस केस में तफ्तीश करते हुए अब सामने आया कि युवक का अपहरण कर फिरौती मांगी गई थी।
रुपये न देने पर उसे झूठे केस में फंसाया गया। इस मामले में अब सीआइए वन की टीम ने मुकेश कुमार व अमीलाल को गिरफ्तार किया है। राजस्थान पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगे थे। आरोप था कि बिना वारंट अमन को पुलिस पकड़कर लाई। 70 लाख रुपये मांगे। जिसमें राजस्थान के जसवंतगढ़ थाना के सीआइ, हेड कांस्टेबल, महिला कांस्टेबल को निलंबित किया गया। पुलिसकर्मियों ने अमन को शांतिभंग की धारा में गिरफ्तार किया।
उसका कोई जमानती नहीं मिलने पर जेल भेजा गया था। जबकि अमन दुष्कर्म के केस में आरोपित था। उसे पानीपत से गिरफ्तार किया, लेकिन उसे दुष्कर्म के केस में छोड़ने के लिए 70 लाख रुपये मांगे गए थे। रुपये न मिलने पर उसका शांतिभंग में चालान किया गया। यह भी सामने आया कि यह पूरा मामला गोल्ड की तस्करी से जुड़ा था। अमन से लगभग एक करोड़ रुपये की गोल्ड ज्वैलरी नागौर में मंगवाई गई थी, लेकिन उसने यह ज्वैलरी तस्कर तक नहीं पहुंचाई थी।

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