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    हरियाणा में संदिग्ध परिस्थितियों में हो रही बंदरों की मौत, लोगों में रोष; जहरीला पदार्थ देकर मारने का लगाया आरोप

    यमुनानगर के रादौर में टेलीफोन एक्सचेंज कॉलोनी में संदिग्ध परिस्थितियों में बंदरों की मौत से लोग परेशान हैं। लोगों का आरोप है कि बंदरों को जहर दिया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर से मौत की पुष्टि नहीं हुई बल्कि सिर में चोट लगने की बात सामने आई है। सामाजिक संगठनों ने घटना की गहन जांच की मांग की है ताकि वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

    By Jagran News Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Sun, 24 Aug 2025 09:59 PM (IST)
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    संदिग्ध परिस्थितियों में हो रही बंदरों की मौत से लोगों में रोष। फाइल फोटो

    संवाद सहयोगी, रादौर (यमुनानगर)। हरियाणा के यमुनानगर जिले में पिछले कुछ दिनों से टेलीफोन एक्सचेंज कॉलोनी में रहस्यमयी परिस्थितियों में हो रही बंदरों की मौत से क्षेत्र के लोगों और सामाजिक संगठनों में रोष फैला है।

    कुछ दिन पहले जहां इस कॉलोनी में चार बंदर मृत अवस्था में मिले थे, वहीं शनिवार को भी एक बंदर यहां मृत मिला है। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा जहरीला पदार्थ देकर बंदरों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से पोस्टमार्टम की मांग की थी, ताकि सच्चाई सामने आ सके।

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    रविवार को पशु चिकित्सकों की दो सदस्यीय टीम ने मृत बंदर का पोस्टमार्टम किया। रादौर पशु अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सुरेंद्र छौक्कर ने बताया कि उन्होंने डॉ. शिवांश मेहरा के साथ पोस्टमार्टम किया, जिसमें बंदर की मौत का कारण जहरीला पदार्थ नहीं बल्कि सिर में लगी गंभीर चोट पाई गई।

    उन्होंने स्पष्ट किया कि बंदर के लीवर और पेट में जहरीली वस्तु के कोई प्रमाण नहीं मिले। इस खुलासे के बाद क्षेत्र में फैली अफवाहों पर विराम तो लग गया लेकिन फिर भी लोगों ने इस स्थिति पर नजर बनाए रखने की अपील आस पास के लोगों से की।

    सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि डॉ. बलदेव सैनी, अमित काम्बोज, त्रिलोचन सिंह टोची, मंगत राम बठला, केशव नसीब, गगन सैनी आदि का कहना है कि बंदरों की लगातार हो रही मौतों की गहन जांच होनी चाहिए, ताकि ऐसे घटनाक्रम दोबारा न हो और वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उधर मृत बंदर को भी पूरे विधि विधान से सामाजिक संगठनों के लोगों ने दफनाने का कार्य किया