Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बत्ती गुल, टूटे डिवाइडर व अवैध कट बन रहे जानलेवा, अधिकारी अनजान

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 09 Dec 2021 05:30 PM (IST)

    कुरुक्षेत्र-सहारनपुर स्टेट हाईवे पर बाइपास चौक से लेकर जोड़ियो तक करीब दो किलोमीटर फोरलेन सड़क से गुजरना जोखिम भरा है। यहां लगी अधिकांश लाइटें खराब हैं। डिवाइडर जगह-जगह से टूटा पड़ा है और अवैध कट लगातार हादसों का कारण बन रहे हैं। रोड सेफ्टी की बैठकों में बड़े-बड़े दावे करने वाले अधिकारियों को यह खामियां नजर नहीं आ रही हैं।

    Hero Image
    बत्ती गुल, टूटे डिवाइडर व अवैध कट बन रहे जानलेवा, अधिकारी अनजान

    जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कुरुक्षेत्र-सहारनपुर स्टेट हाईवे पर बाइपास चौक से लेकर जोड़ियो तक करीब दो किलोमीटर फोरलेन सड़क से गुजरना जोखिम भरा है। यहां लगी अधिकांश लाइटें खराब हैं। डिवाइडर जगह-जगह से टूटा पड़ा है और अवैध कट लगातार हादसों का कारण बन रहे हैं। रोड सेफ्टी की बैठकों में बड़े-बड़े दावे करने वाले अधिकारियों को यह खामियां नजर नहीं आ रही हैं। हर दिन यहां से गुजरकर भारी संख्या में वाहन उप्र, दिल्ली व अंबाला की ओर जाते हैं। बावजूद इसके इस मार्ग पर हादसों के कारणों को दूर नहीं किया जा रहा है। स्ट्रीट लाइटों को दूर किया जाना तो दूर टूटे पोल को भी डिवाइडर से नहीं हटवाया गया। कोहरे बढ़ने पर बढ़ेंगी मुश्किलें :

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कोहरा छाना शुरू हो गया है। दिन-प्रतिदिन यह बढ़ता जाएगा। इसके साथ-साथ इस मार्ग पर वाहन चालकों की मुश्किलें भी बढ़ना तय है। दो किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर पांच जगह अवैध रूप से कट खोल दिए गए हैं। इनसे बाइक सवार बेखौफ गुजरते हैं। इन कटों के कारण यहां हादसे भी हो चुके हैं। गत दिनों एक्टिवा पर सवार एक महिला थ्री-व्हीलर से टकरा कर चोटिल हो गई थी। ऐसा भी नहीं है कि मार्ग पर जरूरत के मुताबिक कट न हो। जहां आवश्यकता है, वहां डिवाइडर बनाते समय कट बना दिए गए थे। टूटे डिवाइडर की नहीं सुध :

    बाइपास चौक से लेकर जोड़ियों नाके तक डिवाइडर जगह-जगह से टूटा पड़ा है। पत्थर व टाइलें सड़क पर बिखरी पड़ी हैं। गत दिनों जोड़ियों के पास एक ट्रक डिवाइडर पर ही चढ़ गया था। जिसके कारण यह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। लेकिन पीडब्ल्यूडी ने डिवाइडर की सुध लेना मुनासिब नहीं समझा। जबकि अधिकारी व बड़े नेता इस मार्ग होकर ही गुजरते हैं। किसी का ध्यान इस मार्ग की इस बदहाली की ओर नहीं जाता। अधिकांश लाइटें खराब :

    विश्वकर्मा चौक से लेकर जोड़ियों नाके तक तीन वर्ष पहले लाइटें लगाई गई थीं। ये लाइटें शुरू से ही सवालों के घेरे में रही हैं। सभी लाइटें आज तक जली ही नहीं हैं। सड़क हादसों के दौरान हल्की टक्कर से एल्युमीनियम के पोल झुक जाते हैं, वहीं काफी पोल चोरी हो चुके हैं। इस मार्ग पर वाहनों का दबाव अधिक है। जिले के साथ-साथ उप्र, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ आने-जाने वाले वाहनों का तांता लगा रहता है। साइडों में दुकानदारों ने अतिक्रमण किया हुआ है, लेकिन लाइटें खराब होने के कारण रात को सड़क पर अंधेरा पसरा रहता है। लाइटों की गुणवत्ता पर सवाल :

    पार्षद निर्मल चौहान का कहना है कि इस मार्ग पर स्ट्रीट लाइटों के चोरी व खराब होने की शिकायत कई बार निगम अधिकारियों को दी जा चुकी हैं। किसी ने आज तक संज्ञान नहीं लिया। उनके मुताबिक लाइटों की गुणवत्ता सही नहीं है जिसके कारण ये अकसर खराब रहती है। जिस दौरान लाइटें लगाई जा रही थी, उस समय भी उन्होंने आवाज उठाई थी, लेकिन अधिकारियों ने नहीं सुनी। कम से कम मुख्य मार्ग की लाइटें तो दुरुस्त होनी चाहिए। यदि सड़क पर डिवाइडर टूटा है तो उसको दुरुस्त करवा दिया जाएगा। अवैध कटों का निरीक्षण कर उनको बंद करवाया जाएगा।

    राज कुमार, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी।

    comedy show banner
    comedy show banner