लोकतंत्र का है पर्व, मतदान की आहुति डाल निभाए जिम्मेदारी
हम सभी को मतदान जरूर करना चाहिए। हर व्यक्ति को यह याद रखना चाहिए कि जाति-धर्म और लोभ से ऊपर उठकर अपने मत का प्रयोग करें।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर: हम सभी को मतदान जरूर करना चाहिए। हर व्यक्ति को यह याद रखना चाहिए कि जाति-धर्म और लोभ से ऊपर उठकर अपने मत का प्रयोग करें। मतदान करने से एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण होता है। नए मतदाताओं को इस बात का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। लोकतंत्र में नैतिकता सबसे बड़ा धर्म है। मतदाता विधानसभा चुनाव में जाति-धर्म से ऊपर उठाकर मतदान करें। प्रत्याशियों के प्रलोभन में आकर मतदान करना लोकतंत्र के लिए घातक है। महासमर 2019 में लोग निष्पक्ष होकर मतदान करें इसी कड़ी में दैनिक जागरण की तरफ से बूड़िया खेड़ा मंदिर के नजदीक आयोजित किया गया। दैनिक जागरण अभियान की सरहाना की। प्रबुद्धजन बोले कि अभियान जनहित में है। इससे लोगों की सोच में जरूर बदलाव आएगा। वोट डालने बूथ पर जरूर जाए
हर वोट कुछ कहता है कार्यक्रम अधिकारियों, आमजन के अलावा विभिन्न संगठनों ने हिस्सा लिया। लोगों से अपील की है कि वे वोट डालने के लिए बूथ पर जरूर जाएं। जब जागरूक करने के लिए इतना प्रयास किए जा रहे हैं तो हमारा भी दायित्व बनता है कि लोगों के काम आने वाले प्रत्याशी को वोट दें। लोकसभा चुनाव को लेकर सभी में बहुत उत्साह देखा गया। सभी ने हाथ उठाकर शपथ ली कि वे खुद तो मतदान करेंगे ही साथ ही दूसरों को भी वोट डालने के लिए जागरूक करेंगे। फाटो : 02
चुनाव में मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए प्रत्याशी जाति, धर्म, भय से लेकर प्रलोभन देने तक का सहारा लेते हैं। मतदाता इससे भ्रमित होकर मतदान कर देता है। यह प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए नुकसानदायक है। लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए मतदाताओं को नैतिकता और खुद के विवेक पर मताधिकार कर प्रयोग करना चाहिए। मतदान करने से एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण होता है। नए मतदाताओं को इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए।
संजय गोयल, बूड़िया
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लोकतंत्र में जनता वोट सर्वोपरि हैं। वोट के बिना लोकतंत्र अधूरा रहता है। इसलिए हर मतदाता को वोट डालकर जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज पूरा करना चाहिए। लोकतंत्र ने यह अधिकार भी दिया है। आपका एक वोट देश के नवनिर्माण में महत्वपूर्ण है। इसलिए आगामी 12 मई को वोट देने जरूर जाना है। ऐसा कभी नहीं हुआ जे वोट न दी हो। मतदान के दिन वे सबसे पहले वे वोट डालकर आएंगे।
रविद्र कुमार उर्फ हैप्पी व्यापारी
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सुप्रीम कोर्ट ने भी जाति, धर्म के आधार पर वोट मांगने पर रोक लगा दी है। मतदाताओं का यह दायित्व है कि वह अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें ताकि देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाया जा सकता है। युवाओं को मतदान करने का संकल्प लेना चाहिए। लोकतंत्र की मजबूती की खातिर वोट करना होगा। हमारी अंगुलियों में लोकतंत्र की मजबूती का राज छिपा है।
राकेश कुमार, दुकानदार फोटो : 05
वोट मजबूत लोकतंत्र का आधार है। यदि हमारे देश की आधी आबादी अपने मतों का प्रयोग करे और अपने आसपास के लोगों को मताधिकार के प्रयोग के लिए जागरूक करे तो निश्चित तौर पर इस कार्यक्रम का आयोजन सार्थक सिद्ध होगा। मतदान के दिन हम अपने सभी काम को निपटाते हुए मतदान करने जाएंगे। अपने आस पड़ोस के लोगों को भी मतदान करने ले जाएंगे।
राजकुमार, दुकानदार फोटो : 06
सभी लोगों को मतदान में हिस्सा लेने की जरूरत है। हम चाहते हैं कि एक अच्छे उम्मीदवार का चयन हो जो विकास कर सके। वोट किसे करना है और क्यों करना है। यह फैसला सोच समझ कर लेना चाहिए। वोट देने से एक अच्छे सरकार का निर्माण हो जो जनता के दुख दर्द को समझे। अपने विवेक से सही जनप्रतिनिधि का चयन करना चाहिए।
राजेंद्र सिंह, किसान फोटो : 07
हम सभी चुनाव में अपना वोट डालने जाते हैं। लोगों को भी जागरूक करते हैं कि वोट क्या है। उसका मोल क्या है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए हम लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे। स्वावलंबन की ओर अग्रसर होंगी जब वह संविधान से मिले मताधिकार का प्रयोग करेंगी। लोकतंत्र के महापर्व में हम एकजुटता के साथ मतदान करेंगे। ऐसे प्रत्याशी को सांसद चुनेंगे जो जनता की बात को संसद में रखे।
संजीव कुमार उर्फ संजू फोटो : 08
जागरूकता कार्यक्रम में लोगों को मत का महत्व समझना चाहिए। लोकतंत्र में जनता ही मालिक है। संविधान ने देश की जनता को मत का अधिकार दिया है जिसका सही इस्तेमाल कर लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए सबको आगे आना होगा। मत के महत्व को समझते हुए मतदाताओं को मतदान में आगे आना होगा। तब एक मजबूत लोकतंत्र अस्तित्व में आएगा। एक वोट से देश का निर्माण का फैसला किया जा सकता है।
श्याम सुंदर जोशी, अध्यापक फोटो : 09
लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत जितने अधिकार नागरिकों को मिले हैं उनमें सबसे बड़ा अधिकार है वोट का है। इस अधिकार को पाकर हम मतदाता कहलाते हैं। वही मतदाता जिसके पास यह ताकत है कि वो सरकार बना सकता है, सरकार गिरा सकता है और तो और स्वयं सरकार बन भी सकता हैं। युवाओं की जिम्मेदारी बनती है कि वो अशिक्षित लोगों को वोट का महत्व बताकर उनको वोट देने के लिए बाध्य करे।
दिनेश शर्मा फोटो : 10
यह विडंबना है कि हमारे देश में वोट देने के दिन लोगों को जरूरी काम याद आने लग जाते हैं। कई लोग तो वोट देने के दिन अवकाश का फायदा उठाकर परिवार के साथ पिकनिक मनाने चले जाते हैं। कुछ लोग ऐसे भी है जो घर पर होने के बावजूद भी अपना वोट देने के लिए वोटिग बूथ तक जाने में आलस करते हैं। यही कारण है कि हमारे देश के चुनावों में से चुनकर आने वाले अधिकतर नेता दागी और अपराधी किस्म के होते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।
चंद्रप्रकाश शर्मा, सेवानिवृत्त शिक्षक फोटो : 11
हमें लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी जैसी कई सुविधाएं दी हैं। इसके लिए विकसित देशों के नागरिक तरसते हैं। मुझे मेरा कर्तव्य याद है। मैं खुद भी मतदान करूंगा। इसके लिए समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरित करने में भूमिका भी निभाऊंगा।
बिटूटू राणा, बिजनेसमैन
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जनप्रतिनिधि सुख दुख के साथी होने चाहिए। हम सभी अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी को निभाएंगे और लापरवाह नेता खुद ब खुद राजनीति से बाहर हो जाएंगे। युवाओं को राजनीति में आगे आने की जरूरत है।
मोहन लाल, समाजसेवी
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शिक्षा सभी के लिए अहम मुद्दा है। गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है, लेकिन इस मुद्दे पर राजनीतिक दल सक्रिय नहीं दिखाई देते। हमारा प्रतिनिधि गुणवत्ता पूर्ण को लेकर संजीदा होना चाहिए। शिक्षा केवल ज्ञान तक नहीं रहनी चाहिए। शिक्षा ऐसी हो, जिससे युवा रोजगार प्राप्त कर सके।
नरेश बख्शी, नौकरीपेशा फोटो : 14
चरित्रवान प्रत्याशी को मैं वोट दूंगा। चुनाव में प्रत्याशी सक्रिय दिखते हैं, लेकिन जीत के बाद उन्हें तलाशना पड़ता है। ऐसी प्रत्याशी का बहिष्कार करना चाहिए। राजनीति सेवा के लिए है। राजनीतिक लोग समाजसेवा में आगे रहने वाले होने चाहिए।
हिमांशु गोयल फोटो : 15
राजनीति में अब बड़े स्तर पर धन बल का प्रयोग किया जाता है। इस पर चुनाव आयोग की सख्ती, कागज की बजाय जमीनी स्तर पर होनी चाहिए। चुनाव में जाति धर्म क्षेत्रवाद आदि के नाम पर उन्माद बढ़ाने वाले नेता व कार्यकर्ता पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
सुदर्शन रॉय फोटो : 16
सरकारी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा का स्तर बेहतर होने के बजाय गिरता जा रहा है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान आíथक रूप से कमजोर बच्चों को उठाना पड़ता है। राजनीतिक दलों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों के खाते में केवल पैसे डाल देने से शिक्षा का स्तर ऊंचा नहीं हो जाएगा।
जुसान फोटो : 17
लोकतंत्र का पर्व है। इसमें उत्साह के साथ भाग लेना चाहिए। हमे अपने मत का प्रयोग जरूर करना चाहिए। एक सही फैसला अच्छा प्रतिनिधि हमे दिला सकता है। किसी के कहने पर नहीं अपने विवेक के आधार पर मतदान करना चाहिए। किसी के प्रलोभन में नहीं आना चाहिए। आपका वोट आपकी ताकत है। मतदान के लिए जरूर जाए।
तरुण सैनी, बिजनेसमैन
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