किसी को शुगर तो किसी को हार्ट की समस्या से मिली मुक्ति, घुटनों की दिक्कत दूर; योग कर स्वस्थ जीवन जी रहे हरियाणा के लोग
यमुनानगर में युवा और वृद्ध योग के प्रति उत्साहित हैं। कई बुजुर्ग नियमित रूप से योग करके स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। चमन लाल सैनी ने योग से अपनी शुगर को नियंत्रित किया वहीं मंगत राम सैनी ने छोटी-मोटी बीमारियों से छुटकारा पाया। जगमाल सिंह ने योग के माध्यम से हृदय की समस्या को ठीक किया।

जागरण संवाददाता, यमुनानगर। युवाओं के साथ-साथ बुजुर्गों में भी योग के प्रति काफी उत्साह देखा जा रहा है। ऐसे बुजुर्गों की संख्या कम नहीं है, जिनकी दिनचर्या में योग शामिल है।
नियमित रूप से योग करते हैं और स्वास्थ्य लाभ कमा रहे हैं। इनका कहना है कि योग-प्रणायाम करके हम बीमारियों से निजात पा सकते हैं। इसलिए हर घर तक योग पहुंचना जरूरी है।
नॉर्मल हो गई शुगर
चमन लाल सैनी ने बताया कि मैं करीब 30 वर्ष से योग प्राणायाम नित्य प्रतिदिन करता हूं। 65 वर्ष की आयु में भी नियमित योग कक्षा में शामिल होता हूं। योग करने से पूर्व मैं शुगर रोग से पीड़ित था। दो-दो समय शुगर की दवा लेने के बावजूद भी मेरी शुगर नॉर्मल नहीं आती थी।
मगर जब से मैंने योग प्राणायाम आसान करने शुरू किए हैं तब से बिना दवा मेरी शुगर नॉर्मल आने लगी है। मैं एक रिटायर कर्मचारी हूं। मगर योग व प्राणायाम करने के कारण से मेरे शरीर में किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं आई। मैं आज भी दिन भर भाग दौड़ में रहता हूं।
मुझे आज कोई भी किसी प्रकार की बीमारी नहीं है। मुझे पहले नजर का चश्मा लगा हुआ था, मगर योग प्राणायाम से मेरी नजर बिल्कुल सही है। शुगर का रोगी होने के बावजूद मैं जमकर मीठा खाता हूं।
नियमित योग प्रणायाम के कारण मेरी शुगर नॉर्मल ही रहती है। योग के कारण से में शारीरिक व मानसिक तौर पर पूरी तरह से स्वस्थ हूं। योग कक्षा में आकर अनेकों रोगों से ग्रस्त रोगी पूरी तरह से स्वस्थ हो रहे हैं।
दूर हो गई छिटपुट बीमारियां
मंगत राम सैनी बताते हैं कि उम्रदराज होने के बावजूद भी मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं। पूरी तरह से स्वस्थ होने का श्रेय में नियमित किए जाने वाले योग व प्राणायाम को देता हूं। मैं लगभग 32 वर्षों से योग प्राणायाम नियमित रूप से कर रहा हूं।
70 वर्ष की आयु होने के बावजूद नगर में लगने वाली योग कक्षा का नियमित हिस्सा हूं। पहले मैं अनेकों प्रकार की छोटी-मोटी बीमारियों से ग्रस्त रहता था, मगर आज मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं और किसी भी बीमारी का शिकार नहीं हूं। सारा दिन मेरे शरीर में चुस्ती फुर्ती बनी रहती है।
जिस दिन मैं योग नहीं करता उसी दिन मुझे अच्छा नहीं लगता। मैं खाने-पीने में भी किसी प्रकार का परहेज नहीं करता। योग प्राणायाम के साथ-साथ में पैदल भी खूब चलता हूं। अपने छोटे-मोटे कार्य में पैदल चलकर ही पूरे करता हूं।
साढौरा में लगने वाली योग प्राणायाम कक्षा में अनेकों प्रकार की योग क्रियाएं करवाई जाती हैं। जिससे अनेकों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। योग प्रणाम करने से मैं पूरी तरह से चुस्त हूं।
सर्जरी नहीं करवाई, योग से हुए स्वस्थ
गांव रतनगढ़ निवासी 70 वर्षीय जगमाल सिंह पिछले करीब 15 वर्षों से योग कर रहे है। जीवन के इस पड़ाव पर भी वह हर दिन योग करना नहीं भूलते। जगमाल सिंह बताते है कि 15 वर्ष पहले जब उन्हें हार्ट में समस्या आई तो वह डाक्टर के पास गए।
डॉक्टर ने उन्हें आपरेशन करवाने की सलाह दी। लेकिन उनके एक मित्र ने योग करने का कहा। उनकी बात मानकर उसने नियमित योग करना शुरू कर दिया।
समस्या से पूर्ण रूप से और जल्द निजात पाने के लिए वह पंतजलि योगपीठ हरिद्वार पर गए और न केवल योग से अपनी बीमारी को पूर्ण रूप से ठीक किया बल्कि योग का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। आज वह नियमित योग कर रहे है और अन्य लोगों को भी योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
घुटनों की समस्या से मिली निजात
61 वर्षीय संजय गुप्ता बताते है कि 12 साल पहले उन्हें घुटनों में समस्या आने लगी। डाक्टर को दिखाया तो डाक्टर ने घुटने ट्रांसप्लांट करने की सलाह दी। लेकिन उनका मन नहीं माना।
उन्होंने योग शिविर में जाना शुरू किया और नियमित योग को अपनी दिनचर्या में शामिल किया। अब उनके घुटने भी ठीक है और वह नियमित योग कर अपने शरीर को भी पूर्ण रूप से स्वस्थ रख पा रहे है।
गुर्जर कन्या गुरुकुल संस्थान के संस्थापक पदमश्री ओमप्रकाश गांधी का कहना है कि योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन को बनाए रखता है। हम अपने खानपान आचार व्यवहार में शुद्धिता लाकर स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
वह नियमित रूप से स्वयं भी योग करते हैं और दूसरों को भी प्रेरित करते हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से 2015 से यह दिवस पूरे विश्व में मनाया जाने लगा।
योग के नियमित अभ्यास से तनाव दूर होता है, एकाग्रता बढ़ती है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है। आज के समय में, जब लोग व्यस्त जीवन और मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं, योग उन्हें शांति और ऊर्जा प्रदान करता है।
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