टीबी होने पर पति ने भेजा तलाक का नोटिस, कड़ाके की ठंड में पत्नी का ससुराल के गेट पर धरना; ताला लगाकर ससुराली फरार
साढौरा के महमूदपुर गांव में टीबी से पीड़ित पत्नी को पति ने तलाक का नोटिस भेजा और अपनाने से इनकार कर दिया। इलाज के बाद ठीक होने पर भी पति नहीं माना, जि ...और पढ़ें

पति के तलाक का नोटिस भेजे जाने पर ससुरालियों के मकान के गेट पर धरना देती महिला व उसके स्वजन। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, साढौरा। गांव महमूदपुर में महिला को टीबी रोग होने पर पति ने तलाक का नोटिस भिजवा दिया। वह उसे अपनाने को तैयार नहीं है। जबकि अब महिला पूरी तरह से ठीक है। उसके स्वजन ने साढ़े तीन वर्ष तक इलाज कराया। मजबूरी में महिला ने अपने स्वजन के साथ पति के घर के सामने धरना शुरू कर दिया है। वह टेंट डालकर कड़ाके की ठंड में बैठी है। उसके ससुराल वाले मकान का ताला लगाकर गायब हैं।
काजल ने बताया कि वर्ष 2018 में उसकी शादी भारतीय सेना में तैनात अमित कुमार के साथ हुई थी। शादी के 20 दिन के बाद उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। चिकित्सक जांच कराने पर उसे टीबी की बीमारी बताई गई।
पति की छुट्टी खत्म होने के कारण ससुरालियों ने उसे मायके में उपचार कराने के लिए छोड़ दिया और स्वस्थ होने पर उसे वापस लेकर आने की बात कही। आरोप है कि स्वस्थ होने पर पति ने उसे वापस ले जाने के बजाय कोर्ट से तलाक का नोटिस भिजवा दिया। जिसके बाद महिला ने अपने स्वजन के साथ ससुराल के गेट के बाहर टेंट लगाकर धरना शुरू कर दिया।
पीड़िता की मां राजकुमारी ने बताया कि उसके पास तीन बेटियां व एक बेटा है। बड़ी बेटी काजल की शादी 30 मार्च 2018 को साढौरा खंड के गांव महमदपुर के रहने वाले अमित कुमार के साथ हुई। साढ़े तीन वर्ष तक काजल का उपचार चलने के बाद बिल्कुल स्वस्थ हो गई। अब दामाद अमित उसे अपनाने को तैयार नहीं है। जिस कारण धरना देना पड़ रहा है।
मजबूरी में देना पड़ा नोटिस
अमित का कहना है कि शादी होने के बाद काजल को टीबी हुई। उसका चंडीगढ़ इलाज कराया। वहां से डिस्चार्ज होने के बाद मायके में छोड़ा। उसका उपचार चलता रहा। जब वह ठीक हुई तो काजल के स्वजन उसे यहां नहीं छोड़ गए। कई बार पंचायत भी हुई। पंचायत में कोई समझौता नहीं हुई। मजबूरी में तलाक का नोटिस देना पड़ा। वहीं पुलिस इस मामले को कोर्ट में विचाराधीन होने की बात कह रही है।

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