यमुनानगर में धोखाधड़ी का केस रफा-दफा के लिए ASI ने ली रिश्वत, ACB ने दबोचा;1 लाख रुपये की हुई थी डिमांड
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने साढौरा में एएसआई पवन कुमार को दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। पवन कुमार पर धोखाधड़ी के केस से नाम निकालने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है। रिश्वत के रुपये थाना प्रभारी अजय कुमार के पर्स से बरामद हुए हैं जो चालक के साथ भाग गए थे।

संवाद सहयोगी, साढौरा (यमुनानगर)। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने धोखाधड़ी के केस से नाम निकालने की एवज में दस हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में साढौरा के एएसआइ पवन कुमार को दबोच लिया। रिश्वत के रुपये साढौरा थाना प्रभारी अजय कुमार के पर्स से बरामद हुए हैं। हालांकि वह रेड की भनक लगते ही पर्स फेंककर अपने चालक संदीप कुमार के साथ भाग गए।
अंबाला के गांव सोंटी निवासी सुरेंद्र सिंह ने एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दी थी कि उस पर वर्ष 2023 में धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था जिसमें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी। इसी शामिल तफ्तीश होने के बाद रिसीविंग लेनी थी लेकिन उसे रिसीविंग नहीं दी जा रही थी।
इसके लिए एक लाख रुपये की मांग की जा रही थी। यह कहा जा रहा था कि एक लाख रुपये दोगे तो केस रफा-दफा कर देंगे। इस संबंध में ब्यूरो को शिकायत दी। जिसके बाद रिश्वत लेने के आरोपित को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया।
योजना के अनुसार सुरेंद्र दस हजार रुपये लेकर गया। उसने एएसआइ पवन कुमार को रुपये दिए। उसने आगे यह रुपये थाना प्रभारी को दे दिए। जब तक एसीबी की टीम इशारा पाकर पहुंचती तक तक थाना प्रभारी को भनक लग गई। वह पीछे के रास्ते से भाग निकले। पर्स भी एक चाय की दुकान पर फेंक दिया।
टीम ने एएसआइ पवन कुमार की अंगुलियां पानी में डुबोई तो साफ हो गया कि रिश्वत के रुपये उन्होंने ही लिए हैं जिस पर उन्हें पकड़ लिया। टीम ने पर्स को चाय की दुकान से बरामद किया। उसमें से रिश्वत के रुपये व थाना प्रभारी की आइकार्ड, पैन कार्ड व अन्य दस्तावेज मिले। वहीं थाना प्रभारी को काल की गई तो उन्होंने रिसीव नहीं की।
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