Haryana Election: यमुनानगर में 46 प्रत्याशियों ने भरी थी हुंकार, 32 की जब्त हो गई थी जमानत; ऐसा था पिछले चुनाव का परिणाम
हरियाणा विधानसभा 2019 (Haryana Election) के चुनाव में यमुनानगर जिले की चार विधानसभा क्षेत्र से कुल 46 उम्मीदवार चुनावी रण में उतरे थे। अपने-अपने विधानसभा में जनता को लुभाने के तमाम दावों के बाद भी 32 प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए थे। इतना ही नहीं 25 उम्मीदवार तो एक हजार मतों तक काफी मुश्किल से पहुंच पाए थे।

जागरण संवाददाता, यमुनानगर। यमुनानगर जिले की चार विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2019 में 46 उम्मीदवार चुनावी रण में उतरे। जनता को लुभाने के लिए काफी दावों की ताल ठोकी। उसके बाद भी 32 उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा पाए। 25 प्रत्याशी एक हजार मतों तक मुश्किल से पहुंच पाए।
सबसे ज्यादा प्रत्याशी आरक्षित साढौरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे। यहां से 16 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे। जमानत बचाने के लिए पोल मतों में से छह प्रतिशत मिलनी चाहिए। इस बार जिले में 55 हजार युवा मतदाता बढ़े हैं। जो चुनाव का रिजल्ट को प्रभावित करेंगे। अब जिले में नौ लाख दो हजार मतदाता हो गए हैं।
यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र में सात की जमानत हुई थी जब्त
यह सीट वर्ष 1967 में अस्तित्व में आई। भाजपा के प्रत्याशी घनश्याम दास को 64 हजार 848 (43.4 प्रतिशत) मत मिले। इनेलो के प्रत्याशी दिलबाग सिंह 63 हजार 393 (42.4 प्रतिशत), कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल चौहान नौ 784 (6.5 प्रतिशत) बसपा प्रत्याशी योगेश कुमार सात 731 (5.2 प्रतिशत), जेजेपी के प्रत्याशी शलेश त्यागी 2,039 (1.4 प्रतिशत), आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अरविंद्र सिंह खालसा 615 (0.4 प्रतिशत) निर्दलीय प्रत्याशी शम्मी कपूर 430, आजाद प्रत्याशी मंदीप कौर 298, आजाद प्रत्याशी निर्दलीय रोहित रोजर 231 और सतीश त्यागी 216 मत मिले थे।
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जगाधरी में भी 7 उम्मीदवारों की जब्त हो गई थी जमानत
जगाधरी विधानसभा सीट पर आजादी के बाद पहला चुनाव हुआ था। वर्ष 2019 में भाजपा प्रत्याशी कंवरपाल गुर्जर 66 हजार 376 (39.1प्रतिशत) मत लेकर चुनाव जीते थे। कांग्रेस प्रत्याशी अकरम खान को 50 हजार 003 मत (29.5 प्रतिशत), बसपा प्रत्याशी आदर्श पाल सिंह को 47 हजार 988 (28.3 प्रतिशत), जननायक पार्टी के प्रत्याशी अर्जुन सिंह को 2,342, इनेलो प्रत्याशी बलजीत शर्मा को 861, योगेश सेठी को 641, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रत्याशी नरेश कुमार को 460, जगदीप सिंह को 370, जिंदा बाद क्रांति पार्टी रणजीत सिंह को भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के प्रत्याशी प्रवीन को केवल 270 मत मिले थे।
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रादौर में भी इन प्रत्याशियों के जब्त हो गए थे जमानत
रादौर विधानसभा 1977 में अस्तित्व में आई। यह क्षेत्र पहले बबैन क्षेत्र में आता था। वर्ष 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर बिशन लाल सैनी 54 हजार 087 (38.4 प्रतिशत) मत लेकर चुनाव जीते। भाजपा प्रत्याशी कर्ण देव को 51 हजार 546 (36.6 प्रतिशत), बसपा के प्रत्याशी महिपाल सिंह को 18 हजार 567 (13.2 प्रतिशत), जननायक जनता पार्टी प्रत्याशी मांगा राम को सात 161, इनेलो प्रत्याशी राजबीर को तीन 687, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रत्याशी हरबंस कुमार को 2,589, आप प्रत्याशी नरेश लाल 1,419, सर्व हित पार्टी के प्रत्याशी रवि कुमार को 779, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के प्रत्याशी राजिंद्र कुमार को 677 और निर्दलीय मनप्रीत कुमार 509 मत मिले थे।
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साढौरा में 12 प्रत्याशियों की जब्त हुई थी जमानत
साढौरा विधानसभा क्षेत्र वर्ष 1977 में बनी। पहले यह क्षेत्र नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र में था। यह विधानसभा क्षेत्र आरक्षित है। वर्ष 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी रेणु बाला 65 हजार 806 (40.01 प्रतिशत) मत लेकर चुनाव जीती। भाजपा प्रत्याशी चौधरी बलवंत सिंह को 48 हजार 786 (29.66 प्रतिशत), बसपा प्रत्याशी सही राम को 25 हजार 874 (15.73प्रतिशत), जेजेपी प्रत्याशी डॉ. कुसुम शेरवाल को 14 हजार 960 (9.10 प्रतिशत), एलएसपी नाथी राम खेड़ा 2,880 आईएनएलडी प्रत्याशी सुषमा देवी को 1,285, सीपीआई प्रत्याशी अरुण कुमार को 948 मत मिले थे।

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