केंचुआ खाद घोटाला: 6 हजार किसानों से 42 करोड़ की ठगी के आरोपी ने दुबई में उड़ा दी सारी रकम
यमुनानगर में केंचुआ खाद के नाम पर एग्रो नेचर कंपनी ने छह हजार किसानों से 42 करोड़ रुपये की ठगी की। मुख्य आरोपी जोगिंद्र राज को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उसने ठगी के पैसे दुबई में जुए में उड़ा दिए। पुलिस ने 120 बैग केंचुआ खाद बरामद किए हैं। किसानों ने कंपनी पर खाद प्लांट लगाने का झूठा वादा करने का आरोप लगाया है।

छह हजार किसानों से 42 करोड़ की ठगी के आरोपित ने दुबई में उड़ा दी रकम।
जागरण संवादाता, यमुनानगर। केंचुआ खाद बनाने के नाम पर छह हजार किसानों से लगभग 42 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में गिरफ्तार किए एग्रो नेचर कंपनी सेक्टर-17 के संचालक जोगिंद्र राज का रिमांड सोमवार को पूरा हो गया। उसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। अभी इस केस में अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी बकाया है।
आर्थिक अपराध शाखा से जांच अधिकारी केवल सिंह रंगा ने बताया कि आरोपित जोगिंद्र राज की निशानदेही पर 120 बैग केंचुआ खाद के बरामद हुए। उन्हें दिखाकर ही यह किसानों को जाल में फंसाते। किसानों को बताया जाता कि इस तरह का खाद तैयार किया जाता है। आरोपित से कोई रिकवरी नहीं हो सकी। उसमें ठगी के रुपये दुबई में जुए में उड़ा दिए। इस केस में जोगिंद्र राज के अलावा कंपनी के मैनेजर राकेश शर्मा, अंबाला के साहा निवासी लाभ सिंह व संचालक का बेटा गौरव गिरफ्तार किया जा चुका है।
यह दर्ज हुआ था केस
13 मई 2025 को एसपी के पास शिकायत देकर मारवां खुर्द निवासी सिया राम सहित अन्य किसान पहुंचे थे। उन्होंने शिकायत दी थी कि उनके पास एग्रो नेचर फार्मिंग कंपनी के लोग आए। जमीन पर केंचुआ खाद का प्लांट लगाने का झांसा दिया। इसके लिए दस हजार रुपये कंपनी में केंचुआ खाद प्रति बैड के लिए लगाने होंगे जो भी रुपये कंपनी के खाते में जमा होंगे।
उसके बदले में एडवांस चेक दिया जाएगा। जब केंचुआ खाद तैयार हो जाएगा तो उसे कंपनी बेचेगी और किसानों को 22 हजार रुपये प्रति माह दिया जाएगा। इस संबंध में आरोपितों ने इकरारनामा भी किया। शुरुआत में कंपनी की ओर से रुपये मिलते रहे लेकिन जनवरी 2025 से कंपनी ने रुपये देने बंद कर दिए। इस मामले में सेक्टर 17 थाना पुलिस ने जोगिंद्र राज, राकेश शर्मा, नितिन, गौरव, गोबिंद, सुमन, प्रदीप, आरती व संतोष पर केस दर्ज किया है।
कंपनी के हेड का कर लिया था युवकों ने अपहरण
ठगी का यह मामला तब खुला। जब तीन अप्रैल को इस कंपनी के हेड सेक्टर-17 निवासी राकेश शर्मा का चार-पांच युवकों ने अपहरण भी कर लिया था। उसके मोबाइल से रुपये अपने खाते में डलवाए थे। इनमें से दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सामने आया था कि यह दोनों आरोपित कंपनी के एजेंट थे। उन्होंने रुपये वापस लेने के लिए यह अपहरण किया था। वहीं उस समय भी निवेशक बूड़िया गेट चौकी में पहुंचे थे।

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