Haryana News: आचार संहिता हटते ही रफ्तार पकड़ेगा शहर का विकास, अधर में लटकी हैं कई बड़ी परियोजनाएं
आचार संहिता लग जाने से कई विकास के काम अधर में लटक गए थे। चार जून के बाद एजेंसियों को वर्क अलाट होने शुरू हो जाएंगे। यमुनानगर में ओपन एयर थिएटर व आडिटोरियम बनाए जाने की योजना है। सरकार से अप्रूवल मिल चुकी है लेकिन आचार संहिता लग जाने के कारण इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी अधर में लटक गई है। इस पर 46 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। चुनाव आचार संहिता हट जाने के बाद शहर के विकास को गति मिलेगी। शहर में कई बड़े प्रोजेक्ट अधर में है। आचार संहिता लग जाने के बाद प्रक्रिया रुक गई थी। चार जून के बाद एजेंसियों को वर्क अलाट होने शुरू हो जाएंगे।
दिव्य नगर योजना के तहत तीन सड़कों के सौंदर्यीकरण, ओपन एयर थिएटर, डोर टू डोर कचरा उठान व निपटान, न्यूली अप्रूव्ड 35 कालोनियों में पेयजल के लिए ट्यूबवेल लगाने सहित अन्य कई परियोजनाएं शामिल हैं। 100 करोड़ से अधिक के कार्य अटके हुए हैं। टेंडर से जुड़ी अधिकांश औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं।
चार जून के बाद एजेंसियों को वर्क अलाट किए जा सकते हैं। इसके अलावा कई परियोजनाओं के लिए टेंडर रिकाल किए जाने हैं। गलियों नालियों के निर्माण के अलावा इनमें कोई बड़ी परियोजनाएं भी शामिल है। पहले इन कार्यों के लिए पहले एजेंसियों नहीं मिली जिसके कारण तीन-तीन बार टेंडर रिकाल करने पड़े हैं।
ओपन एयर थिएटर के लिए इंतजार
ट्विन सिटी को ओपन एयर थिएटर व आडिटोरियम बनाए जाने की योजना है। सरकार से अप्रूवल मिल चुकी है लेकिन आचार संहिता लग जाने के कारण इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी अधर में लटक गई है। इस पर 46 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इसके लिए 50 प्रतिशत राशि मतलब 23 करोड़ रुपये नगर निगम देगा जबकि 23 करोड़ सरकार की ओर से मिलेंगे। सेक्टर-17 में यह चार एकड़ पांच कनाल में बनकर तैयार होगा। इसमें पार्किंग की भी विशेष रूप से व्यवस्था होगी। सेक्टर-17 में बनने वाले इस ओपन एरिया थिएटर व आडिटोरियम का डिजाइन पहले ही फाइनल हो चुका है।
आचार संहिता लगने के कारण ये काम भी रुके
शहर के सभी 22 वार्डों में लोहे के बैंच रखवाए जाने की योजना भी अभी पूरा होने में समय लगेगा। इसके लिए करीब ढाई करोड़ रुपये खर्च होने हैं। जिसका टेंडर लग चुका है। वार्ड नंबर 13 की तीन नई अप्रूव्ड कालोनी में लाखों रुपये की लागत से गलियां व नालियों का निर्माण के लिए टेंडर रिकाल किए हुए हैं।
जम्मू कालोनी में करीब दो लाख रुपये की लागत से बनने वाले वेलकम गेट की परियोजना भी सिरे नहीं चढ़ पा रही है। इसके लिए भी टेंडर दो बार रिकाल किया जा चुका है। वार्ड नंबर 12 की बाडी माजरा कालोनी में करीब 50 लाख रुपये की लागत से निकासी का कार्य होना है। यह कार्य लंबे समय से लंबित है।
बारिश होने पर पानी घरों में घुस जाता है। इस समस्या को लेकर क्षेत्र के लोग जन प्रतिनिधियों के खिलाफ रोष व्यक्त कर चुके हैं। वार्ड नंबर 18 व 22 की न्यूली अप्रूव्ड कालोनियों में भी गलियों व नालियों के कार्य अधर में हैं। शहीद भगत सिंह चौक का सौंदर्यीकरण किए जाने की योजना लंबे समय से अधर में है। इस पर करीब 15 लाख रुपये खर्च होने हैं। इसके लिए भी टेंडर रिकाल किया गया है।
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