एक नवंबर से बजेंगी शहनाइयां, अगले महीने विवाह के 14 मुहूर्त, दिसंबर में तीन
देवोत्थान एकादशी पर भगवान विष्णु योग निद्रा से जागेंगे और तुलसी विवाह होगा, जिसके बाद शुभ कार्य शुरू होंगे। नवंबर में विवाह के नौ और दिसंबर में तीन मुहूर्त हैं। इस बार 26 दिन शहनाई बजेगी, जिसके लिए बुकिंग हो चुकी है। पंडित जितेंद्र शास्त्री के अनुसार 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा, जिसके बाद फरवरी में शादियां शुरू होंगी।

देवोत्थान एकादशी: नवंबर-दिसंबर में विवाह के शुभ मुहूर्त
दीपक प्रजापति, यमुनानगर। देवोत्थान एकादशी एक नवंबर को है। इस दिन भगवान श्रीहरि चार महीने की योग निद्रा से जागेंगे। इसी दिन तुलसी विवाह भी होगा। देवोत्थान एकादशी के बाद मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
एक नवंबर को घरों से लेकर मंदिरों तक में भगवान विष्णु को शंख, डमरू, मृदंग, झाल और घंटी बजाकर योग निद्रा से जागृत किया जाएगा। इस दिन वैष्णव जन व साधु-संत एकादशी का व्रत रखेंगे। भारत में शादी की तारीख का चुनाव शुभ मुहूर्त के अनुसार किया जाता है, ताकि नवविवाहित जोड़े का जीवन खुशहाल और समृद्ध रहे।
पंचांग और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवंबर और दिसंबर 2025 में शादी के लिए कुछ विशेष शुभ तिथियां हैं, जो दांपत्य जीवन में सुख-शांति और समृद्धि के लिए शुभ हैं। इस बार मात्र 26 दिन शहनाई गूंजेगी। इसे लेकर होटल, मैरिज होम व धर्मशालाओं में बुकिंग हो चुकी है। कैटर्स से लेकर बैंड-बाजा, घोड़ा-बग्गी व पालकी वालों की भी बुकिंग कर ली गई है।
भटोली स्थित सिद्ध पीठ शिव मंदिर के पुजारी व ज्योतिषाचार्य पंडित जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि नवंबर में 18, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 29 व 30 समेत नौ वैवाहिक मुहूर्त हैं। दिसंबर में 4, 10 और 11 समेत तीन मुहूर्त होंगे। 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा। इस दौरान विवाह जैसे शुभ कार्य नहीं होंगे। इसके बाद फरवरी में शादियां शुरू होंगी।

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