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यूपी के बाद हरियाणा में डेंगू ने उड़ाई नींद, यमुनानगर में दो दिन में 45 केस

हरियाणा में डेंगू के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ठंड के बावजूद डेंगू के कई केस सामने आ रहे हैं। यमुनानगर में दो दिनों में 45 केस सामने आए हैं। अब तक सरकारी रिकार्ड में 706 केस मिल चुके हैं।

By Avneesh kumar Edited By: Anurag ShuklaPublished: Tue, 22 Nov 2022 07:31 AM (IST)Updated: Tue, 22 Nov 2022 07:31 AM (IST)
यूपी के बाद हरियाणा में डेंगू ने उड़ाई नींद, यमुनानगर में दो दिन में 45 केस
डेंगू का खतरा यमुनानगर में बढ़ रहा।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर में डेंगू का खतरा कम नहीं हो रहा है। लगातार मरीज बढ़ रहे हैं। दो दिनों में 45 नए मरीज मिले हैं। अब तक सरकारी रिकार्ड में 706 मरीज मिल चुके हैं। एक मरीज की मौत की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। वहीं निजी अस्पतालों में भी काफी मरीज दाखिल हैं। निजी लैब भी बुखार व संदिग्ध लक्षण वाले मरीजों को डेंगू बता रही है। जिससे भी लोगों में दहशत बनी हुई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग एलाइजा टेस्ट की रिपोर्ट के बाद ही डेंगू को कंफर्म मानता है।

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मौसम में ठंडक आने के बाद डेंगू के मरीज मिलने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी हुई है। जहां-जहां नए डेंगू के मरीज मिल रहे हैं वहां फोगिंग कराई जा रही है। लोगों के घरों में अभी भी डेंगू का लार्वा मिल रहा है। दो दिनों में स्वास्थ्य विभाग ने आठ हजार घरों की जांच की। जिसमें 45 घरों में डेंगू का लार्वा मिला। इनको नोटिस दिए गए हैं। डेंगू का लार्वा फ्रिज, कूलर व गमलों में जमा पानी मिल रहा है। जिसे स्वास्थ्य विभाग की टीम साफ करा रही है।

इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद दोबारा वापस भी आ जाते हैं। तेज बुखार, बहुत तेज सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, उल्टी आना और चक्कर महसूस होना। यदि इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं तब तुरंत सलाह के लिए डाक्टर के पास जाना चाहिए। इन लक्षणों को हलके में लेना भारी पड़ सकता है। इसके साथ ही अपने आस पास साफ सफाई रखना बेहद जरूरी है। ऐसी जगहों पर जमा पानी में डेंगू का लार्वा पनपता है। जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल न हो। उनमें पानी बदलते रहना चाहिए।

32 हजार 480 घरों का किया गया सर्वे

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 32 हजार 480 घरों का सर्वे किया है। दो दिनों में पांच हजार घरों की जांच की गई। जिसमें 2400 शहरी क्षेत्र व 2600 ग्रामीण क्षेत्र के घर चेक किए गए। वहीं दो दिनों में 302 सैंपल बुखार के संदिग्ध मरीजों के लिए गए हैं। जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है।

यह है गत वर्षों के मुकाबले स्थिति

वर्ष - डेंगू - मौत

2016 - 65- 0

2017 - 70 - 0

2018 - 42 - 0

2019 - 51 - 0

2020 - 36 -0

2021 - 241-0

2022 - 706 - 1 अब तक

डेंगू का बनाया अलग वार्ड

सिविल अस्पताल के ट्रामा सेंटर में डेंगू का अलग से वार्ड बनाया गया है। मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिसे देखते हुए एक-एक बेड पर दो मरीजों को लिटाया जा रहा है। मरीजों के मच्छरदानियां लगाई गई है। जिससे वह मच्छरों से बच सके।

"जिला मलेरिया अधिकारी डा. सुशीला सैनी ने बताया कि डेंगू के मरीजों की संख्या 706 हो गई है। लोगों को भी एहतियात दी जा रही है कि वह पूरी बाजू के कपड़े पहने और गमलों, फ्रिज में जमा पानी को साफ करते रहे। मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।"


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