श्मशान घाट की पर्ची पर ही मिलेगा मृत्यु प्रमाण पत्र, दो दिन में बनकर तैयार
कोरोना से हुई मृत्यु का प्रमाण पत्र लेने में स्वजनों को दिक्कत होती है।

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
कोरोना से हुई मृत्यु का प्रमाण पत्र लेने में स्वजनों को दिक्कत नहीं आएगी। निगम ने इसकी प्रक्रिया सरल कर दी है। यदि अस्पताल से भी ऑनलाइन आवेदन न किया गया हो तब भी प्रमाण पत्र मिल सकेगा। इसके लिए नगर निगम अधिकारी व्यवस्था में फेरबदल करने जा रहे हैं। जिस श्मशान घाट में अंतिम संस्कार हुआ है, उसकी पर्ची साथ लगाकर स्वजन स्वयं निगम में सूचना फार्म भरकर जमा करवा सकते हैं। मेयर मदन चौहान की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि दो-तीन दिन के अंदर ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाए।
फिलहाल यह व्यवस्था
यदि मृत्यु अस्पताल में हुई है तो प्रमाण पत्र लेने के लिए संबंधित अस्तपाल को 20 दिन के अंदर-अंदर ऑनलाइन करना होता है। आवेदन करने के बाद नगर निगम की जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र शाखा से सर्टिफिकेट मिल जाता है। यदि अस्पताल की ओर से ऑनलाइन नहीं किया गया तो सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया लंबी हो जाती है। आवश्यक दस्तावेज पूरे करने के बाद सिविल अस्पताल में नाम दर्ज कराना पड़ता है। उसके बाद ही प्रमाण पत्र मिलता है।
बढ़ गया मौत का आंकड़ा
नगर निगम एरिया में हर दिन 12-15 मृतकों का संस्कार हो रहा है। इनमें कोरोना संक्रमित लोग भी शामिल हैं। दिल्ली व अन्य जिलों से शहर के निजी अस्पतालों में उपचार के लिए लोग पहुंच रहे हैं। कोरोना के कारण मौत हो जाने पर उनका संस्कार भी निगम कर्मचारी यमुनानगर या जगाधरी श्मशान घाट में कर रहे हैं। ऐसे लोगों को मृत्यु प्रमाण पत्र लेने में दिक्कत न आए, इसलिए निगम ने प्रक्रिया को सरल करने का निर्णय लिया है। यदि संबंधित अस्पताल ऑनलाइन आवेदन न करे तब भी स्वजन श्मशान घाट की पर्ची सूचना फार्म के साथ लगाकर निगम में अप्लाई कर सकते हैं।
हमने प्रक्रिया सरल कर दी है
मृत्यु प्रमाण पत्र लेने के लिए किसी भी स्वजन को परेशानी नहीं आएगी। इसके लिए हमने प्रक्रिया सरल कर दी है। श्मशान घाट की पर्ची के साथ लगाकर अप्लाई करने पर दो दिन के अंदर ही प्रमाण पत्र तैयार करके देना होगा। हमारी यह भी योजना है कि प्रमाण पत्र तैयार घर भेजा जाए। इस पर कार्य किया जा रहा है।
मदन चौहान, मेयर।

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