यमुनानगर में युवती की आत्महत्या मामले में एक महीने बाद पिता-पुत्र पर केस, प्लाईवुड फैक्ट्री में करती थी काम
यमुनानगर के बाड़ी माजरा में एक प्लाईवुड फैक्ट्री में 19 वर्षीय पूनम की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आया है। मृतका के परिजनों ने पहले आत्महत्या को मानसिक परेशानी का नतीजा बताया था लेकिन अब पिता-पुत्र पर बहला-फुसलाकर रखने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है जिसके चलते पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, यमुनानगर। बाड़ी माजरा में 11 अगस्त को प्लाईवुड फैक्ट्री के क्वार्टरों में 19 वर्षीय पूनम के फंदा लगाकर जान देने के मामले में पिता-पुत्र पर केस दर्ज हुआ है। आरोप है कि दोनों ने मृतका को बहलाकर अपने पास रखा।
उसे प्रताड़ित किया जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या की। हालांकि, उस समय मृतका के स्वजन ने मानसिक परेशानी में आत्महत्या की बात कही और कार्रवाई कराने से इनकार कर दिया था।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला बलिया के गांव उछेड़ा निवासी पूनम अपनी बहन सुमन के साथ यहां क्वार्टरों में रह रही थी। एक वर्ष पहले वह दोनों यहां पर आए और प्लाईवुड फैक्ट्री में मजदूरी करने लगे थे।
कुछ समय पहले उसकी बहन सुमन यहां से गांव चली गई जबकि पूनम यहीं रुक गई थी। सुमन का आरोप है कि पूनम को मंटू ने बहला लिया। उसे अपने पास ही रख लिया। वह उसे प्रताड़ित करता था जिसकी वजह से परेशान थी।
11 अगस्त को उसका क्वार्टर बंद था। किसी ने झांककर देखा तो वह अंदर फंदे पर लटकी हुई थी। मुंशी ने दरवाजा तोड़ा और फंदे से उतारकर उसे अस्पताल में लेकर गए। जहां उसकी मौत हो गई थी।
सदर यमुनानगर थाना से जांच अधिकारी प्रदीप सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर दो आरोपितों पर केस दर्ज किया गया। तफ्तीश की जा रही है।
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