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    ..कदर उनसे पूछो जिनकी नहीं है बहन

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    Updated: Wed, 01 Aug 2012 06:37 PM (IST)

    आरसी त्रिपाठी, यमुनानगर :

    आज खुशी के दिन भाई के भर-भर आए नैना। कदर बहन की उनसे पूछो जिनकी नहीं है बहना। मोल नहीं कोई बंधन का, जैसे धरती और गगन का, जैसे चंदा और किरन का। बहन और भाई के आपसी प्यार को बयां करने वाली किसी शायर की ये पंक्तियां इन लाइनों में इन संबंधों पर बहुत कुछ कह जाती हैं।

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    जैसा की जगाधरी की मनजीत कहती है कि भाई की कमी उसे बहुत महसूस होती है। दस वर्ष पूर्व रक्षाबंधन के दिन ही उसका एक भाई दुर्घटना में जान गवां बैठा। रक्षाबंधन और भैयादूज पर उसकी बहुत याद सताती है। उसने आज तक उसकी तस्वीर पर हार नहीं चढ़ाया। उसके दिल में आज भी उसका भाई जिंदा है। इस बारे में आईएनआईएफडी की निदेशक सीमा कथूरिया कहती हैं कि उनका भाई नहीं है। इस बात का उन्हें भगवान से सदा रंज रहा। जब भी भैयादूज और रक्षाबंधन आया तो दूसरों की खुशियों को देखकर मन ममोस कर रह जाना पड़ा। राखियां खरीदकर कर घर लाती थी। पर उन्हें बांधने वाला कोई नहीं होता था। बस हर रक्षा बंधन की राखियां सहेज कर रख लेती और इस तरह से पर्व को मन ही मन मना लेती थी। निशांत भारद्वाज का कहना है कि अपनी बहन के न होने का गम तो सालता रहता है पर वह ताऊ की बेटियों से हर वर्ष राखी बंधवाकर इस कमी को पूरी करते चले आ रहे हैं।

    फोटो-7 : मोनिका पुंडीर ने कहा कि भाई न होने की कमी बहुत महसूस होती है। खास तौर पर रक्षा बंधन व भैया दूज पर्व पर और कमी महसूस होती है। बहन की शादी के समय ज्यादातर रस्मो-रिवाज भाई के द्वारा पूरे किए जाते हैं। ऐसे अवसरों के लिए भी भाई की कमी महसूस होती है। इस बात का भी दुख होता है कि मेरी शादी के बाद माता-पिता की कौन देखभाल करेगा।

    फोटो-8

    : जसविंद्र कौर कहती हैं कि उन्हें तो पता ही नहीं चला कि भाई का प्यार कैसा होता है। शादी से पूर्व भाई की कमी और भी महसूस होती रही। सभी बहनें जब रक्षा बंधन और भैया दूज पर भाई को राखी बांधने, तिलक लगाने की तैयारिया करती थी, हम उस वक्त चुपचाप अपने घरों में बैठकर दूसरों की खुशियां देखते रहते थे।

    फोटो: 9 कोटली गांव की करमजीत कौर कहती है कि भाई की कमी बहुत महसूस होती है। रक्षाबंधन और भैयादूज पर पड़ोसियों के घर जाकर राखियां बांधनी व तिलक लगाना पड़ता है। कभी-कभी पड़ोसियों के घर जाने में झिझक भी महसूस होती है। सोचती हूं काश मेरा भी भाई होता तो मेरे भी अरमान पूरे हो पाते।

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