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    सरस्वती को हर हाल में देंगे जलधारा : उमा

    By Edited By:
    Updated: Mon, 25 May 2015 06:29 PM (IST)

    अमरदीप गुप्ता, यमुनानगर जब तक सरस्वती को पूर्णतया नदी के रूप में प्रकट नहीं कर लेते, तब तक खोदाई क ...और पढ़ें

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    अमरदीप गुप्ता, यमुनानगर

    जब तक सरस्वती को पूर्णतया नदी के रूप में प्रकट नहीं कर लेते, तब तक खोदाई का कार्य बंद नहीं होगा। सरस्वती के मामले में हरियाणा अब राजस्थान और गुजरात से आगे निकल गया है। ये बात केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने दर्शनलाल जैन से कहीं। हथनीकुंड बैराज का जायजा लेने के बाद वे सीधे जगाधरी स्थित सरस्वती शोध संस्थान के अध्यक्ष दर्शनलाल जैन के घर पर पहुंची थीं।

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    उमा भारती ने दर्शनलाल जैन से कहा कि ये आपका ही प्रयास है जो आज लोगों की जुबां पर गंगा, यमुना की तरह सरस्वती का नाम है। उन्होंने जैन से सरस्वती से जुड़े कार्यो की पूरी रिपोर्ट ली। उमा ने जैन से पूछा की आपको क्या कभी सरस्वती के दर्शन हुए है, इस पर जैन ने कहा कि मुझे तो सरस्वती के रोज दर्शन होते हैं।

    टीबीएसएन प्रसाद हैं सरस्वती के नोडल इंचार्ज

    उमा भारती ने बताया कि केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के ज्वाइंट डायरेक्टर टीबीएसएन प्रसाद को सरस्वती प्रोजेक्ट का नोडल ऑफीसर नियुक्त किया गया है। उनका इसमें विशेष अध्यन है। प्रसाद स्वच्छ एवं निर्मल गांगा के भी पूरे मिशन के डायरेक्टर हैं। वह हरियाणा कैडर के अधिकारी हैं। कुरुक्षेत्र में बतौर डीसी उन्होंने सरस्वती तीर्थ विरासत तीर्थ स्थल और वाटिका का निर्माण कराया था।

    गुजरात में अभी तक सिर्फ सेटेलाइट ही प्रमाण

    उमा ने कहा कि हरियाणा और राजस्थान में तो खोदाई के दौरान प्रमाण मिले हैं, लेकिन गुजरात में अभी सिर्फ सेटेलाइट के चित्र ही प्रमाण हैं, जिसमें पता चल रहा है कि सरस्वती यहां से निकली है। दर्शनलाल जैन ने उमा भारती को खुदाई के दौरान निकला जल भेंट किया। साथ ही खोदाई के दौरान निकले हिमालयन पत्थर और रेत भी सैंपल भी दिए। उमा ने पत्थर देख बोला कि ये तो काफी मोटे हैं इस पर जैन ने कहा कि इससे भी ज्यादा मोटे पत्थर खुदाई में मिले हैं।

    सरस्वती उद्गम स्थल भी देखें

    उमा से बातचीत के दौरान जैन ने कहा कि आप सरस्वती उद्गम स्थल और खोदाई कार्य का निरीक्षण करें। इस पर उमा ने कहा कि मैं सरस्वती का निरीक्षण हेलीकॉप्टर से करूंगी। यमुनानगर से लेकर गुजरात तक पूरा हवाई निरीक्षण किया जाएगा। उसके बाद पूरी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। उमा ने दर्शनलाल जैन से पूछा अभी आपकी उम्र क्या है, इस पर जैन ने कहा कि 88 वर्ष। वह बोली अभी तो आप बच्चे हो कम से कम 125 वर्ष की उम्र पर ही वृद्धावस्था आती है।

    यमुना की मुख्य धारा में अधिकतम बहाव की जरूरत

    उमा भारती ने यमुना नदी के निरीक्षण के दौरान हथनीकुंड बैराज पर कहा कि यमुना की मुख्य धारा में अधिकतम पानी बहाने की जरूरत है। यमुना में पानी बढ़ाने के लिए हिमाचल, उत्तराखंड और हरियाणा ने दिए प्रस्ताव दिए हैं। उसके अंतर्गत हिमाचल और उत्तराखंड ने कुशवाह बाध बनाने का प्रस्ताव दिया, जबकि उत्तराखंड ने व्यासी लिक्वाड बाध तो हरियाणा ने नदी और नहर के बीच पानी स्टोर करने का सुझाव दिया है। उमा ने कहा गंगा की तर्ज पर ही यमुना नदी को भी निर्मल किया जाएगा। उमा ने कहा कि अक्टूबर, 2016 में गंगा की निर्मलता का पहला फेज पूरा कर लिया जाएगा।