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    CM नायब सिंह सैनी ने टेस्ला को दिया हरियाणा आने का न्योता, खरखौदा बन सकता है देश का अगला ऑटोमोबाइल हब

    Updated: Sat, 08 Nov 2025 01:48 PM (IST)

    मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने टेस्ला को हरियाणा में उत्पादन संयंत्र स्थापित करने का न्योता दिया है। टेस्ला का प्लांट खरखौदा आईएमटी में स्थापित होने की संभावना है, जिससे यह क्षेत्र ऑटोमोबाइल का हब बन सकता है। मारुति के बाद टेस्ला के आने से रोजगार और व्यावसायिक गतिविधियों में तेजी आएगी, जिससे खरखौदा उत्तर भारत का औद्योगिक केंद्र बनेगा।

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    CM सैनी ने राज्य में उत्पादन के लिए टेस्ला को आमंत्रण दिया। प्रतीकात्मक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, खरखौदा। हरियाणा जल्द ही देश का बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन केंद्र बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वैश्विक इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला को हरियाणा में अपना उत्पादन संयंत्र स्थापित करने का आमंत्रण दिया है।

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    चर्चाओं में यह संकेत मिला है कि यदि सब कुछ सकारात्मक रहा तो टेस्ला का प्लांट खरखौदा आईएमटी में स्थापित हो सकता है। यह वही औद्योगिक क्षेत्र है जहां पहले ही मारुति सुजुकी का विशाल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट निर्माणाधीन है। ऐसे में एक के बाद एक दो बड़ी आटोमोबाइल कंपनियों का आना इस क्षेत्र की आर्थिक और औद्योगिक तस्वीर बदलने वाला साबित हो सकता है।

    मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान कहा कि हरियाणा इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में अग्रणी राज्य बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार उद्योगों को अनुकूल माहौल, अधोसंरचना और नीतिगत सहायता उपलब्ध करा रही है। उनका कहना था कि टेस्ला जैसी कंपनी का आगमन न सिर्फ तकनीकी प्रगति बढ़ाएगा बल्कि राज्य के युवाओं के लिए रोजगार, प्रशिक्षण और स्टार्टअप्स की नई संभावनाएं भी खोल देगा।

    खरखौदा को होगा बड़ा फायदा

    मारुति प्लांट के आने के बाद खरखौदा और आसपास के क्षेत्रों में रियल एस्टेट की कीमतों, व्यावसायिक गतिविधियों, ट्रांसपोर्ट, हास्टल, पीजी और किराये की मांग में पहले ही तेज उछाल देखा जा चुका है। यदि टेस्ला का निर्माण संयंत्र भी यहां स्थापित होता है तो खरखौदा आइएमटी उत्तर भारत का प्रमुख वाहन निर्माण केंद्र बन जाएगा।

    स्थानीय युवाओं के लिए तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों, आइटीआई, पालिटेक्निक और स्किल सेंटरों की मांग बढ़ेगी। छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए सप्लाई चैन, पार्ट्स मैन्युफैक्चरिंग, मेंटेनेंस और लाजिस्टिक सेवाओं में नए अवसर तैयार होंगे। इससे स्थानीय व्यापारी, ठेकेदार, ट्रांसपोर्टर और सर्विस सेक्टर को भी बड़ा लाभ मिलेगा।

    तेजी से बदलेगी सूरत और सीरत

    शहरी विस्तार के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं, सड़क नेटवर्क और सार्वजनिक परिवहन में निवेश बढ़ने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में खरखौदा सिर्फ सोनीपत का नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत का बड़ा औद्योगिक–तकनीकी हब बनकर उभरेगा। स्थानीय लोगों ने उम्मीद जताई कि सरकार और कंपनी के बीच समझौता होने पर क्षेत्र के विकास की गति और तेज होगी।




    प्रदेश की भाजपा सरकार के विकास के एजेंडे में खरखौदा केंद्रीत है। मारुति के प्लांट को खरखौदा लाकर पहले से ही भाजपा सरकार यह साफ कर चुकी है कि खरखौदा को लेकर सरकार के पास बड़ा विजन है। वहीं मुख्यमंत्री के आमंत्रण को अगर टेस्ला स्वीकार करती है और यह प्लांट खरखौदा में लगता है तो खरखौदा के विकास का पहिया अपनी गति को और तेज कर लेगा, जिससे इसकी और वैश्विक पहचान बढ़ेगी। वह खुद आइएमटी फेज-2 को लेकर आने के प्रयासरत हैं।

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    पवन, खरखौदा विधायक