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    सोनीपत में शाम ढलते ही कुत्तों का कब्जा, घर से निकलने में डर रहे बच्चे-बुजुर्ग

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 09:32 PM (IST)

    सोनीपत में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ रहा है। मॉडल टाउन में एक 14 वर्षीय लड़की पर कुत्ते ने हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। स्थानीय लोगों ने नगर निगम से कुत्तों को नियंत्रित करने की मांग की है। निगम के अनुसार, 7,500 से अधिक कुत्तों की नसबंदी की गई है, लेकिन यह अभियान धीमा है। कुत्ते के काटने पर एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगवाना आवश्यक है।

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    सोनीपत में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ रहा है। फाइल फोटो

    संदीप कुमार, सोनीपत। शहर में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। मॉडल टाउन इलाके में 14 साल की लड़की राशि पर एक खूंखार कुत्ते ने उस समय हमला कर दिया, जब वह बाहर खेल रही थी। घायल लड़की को गंभीर हालत में एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिवार वालों ने नगर निगम से आवारा कुत्तों पर काबू पाने के लिए असरदार कदम उठाने की मांग की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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    मॉडल टाउन के संजय कुमार ने बताया कि जब वह रात करीब 8 बजे बाजार से सब्जी लेकर घर लौटे, तो लड़की बाहर निकली ही थी कि एक आवारा कुत्ते ने उस पर हमला कर दिया और उसके पैर में काट लिया। लड़की की चीख-पुकार सुनकर परिवार वाले और पड़ोसी मौके पर पहुंचे और कुत्ते को भगाया। कुत्ते के काटने से लड़की के पैर में गहरा घाव हो गया। उसे तुरंत गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। परिवार वालों का कहना है कि उनकी गली में एक गेट है जो रात में बंद रहता है, लेकिन इसके बावजूद कुत्ता अंदर घुस आया और लड़की पर हमला कर दिया।

    शाम होते ही कुत्ते आ जाते हैं। मॉडल टाउन के प्रवीण चावला, पंकज, नितिन और राजवीर ने बताया कि शाम होते ही कई इलाकों में कुत्तों की संख्या बढ़ जाती है। रात में बच्चों और बुजुर्गों के साथ घर से निकलने में डर लगता है। कई मोहल्लों में कुत्तों के झुंड घूमते हैं, जो किसी भी राहगीर पर हमला कर देते हैं। तीन दिन पहले ओल्ड डीसी रोड पर एक बुजुर्ग महिला को कुत्ते ने काट लिया था। गन्नौर में एक ही दिन में कुत्तों ने तीन लोगों को घायल कर दिया।

    कुत्तों की नसबंदी का अभियान धीमा

    नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक, नगर निगम ने अब तक 7,500 से ज़्यादा कुत्तों की नसबंदी की है, लेकिन अभियान धीमा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि निगम की लापरवाही से खतरा लगातार बढ़ रहा है। न तो कुत्तों की नसबंदी का अभियान तेज़ किया गया है और न ही कोई जागरूकता अभियान चलाया गया है। निवासियों ने नगर निगम से शहर में कुत्तों के आतंक को कंट्रोल करने और ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है। सिविल हॉस्पिटल में रोज़ाना 20-25 मरीज़ आ रहे हैं।

    ज़िला सिविल हॉस्पिटल में रोज़ाना 20-25 लोग कुत्तों के काटने के साथ आ रहे हैं। कई कॉलोनियों में रात में कुत्ते झुंड में घूमते हुए देखे जाते हैं। ये कुत्ते न सिर्फ़ स्कूटर और बाइक सवारों को अपना शिकार बनाते हैं, बल्कि रात में पैदल चलने वाले लोग भी खतरे से खाली नहीं हैं। बढ़ते खतरे से लोगों में डर और गुस्सा है।

    समय पर एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगवाएं

    हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुत्ते के काटने के 24 घंटे के अंदर पहला एंटी-रेबीज़ इंजेक्शन लगवाना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि देर करने से इन्फेक्शन का खतरा तेज़ी से बढ़ता है। पूरी तरह से बचाव के लिए, चार से पांच इंजेक्शन का तय कोर्स पूरा करना ज़रूरी है। पहला इंजेक्शन तुरंत या 24 घंटे के अंदर, दूसरा तीसरे दिन, तीसरा सातवें दिन, चौथा 14वें दिन और आखिरी इंजेक्शन 28वें दिन लगाया जाता है।

    डॉक्टर कुत्ते के काटने के बाद घाव को 10-15 मिनट तक साबुन और साफ़ पानी से धोने की सलाह देते हैं ताकि वायरस का फैलाव कम हो सके। तुरंत पास के हेल्थ सेंटर जाकर रेबीज़ का टीका और ज़रूरी इलाज करवाएं। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि कोई भी इंजेक्शन न लगवाना जानलेवा हो सकता है।

    आवारा कुत्ते के काटने से युवक की मौत

    फरवरी 2023 में गोहाना के उत्तम नगर के रहने वाले अमित की आवारा कुत्ते के काटने से मौत हो गई थी। अमित इंटरनेट और वाई-फाई प्रोवाइडर का काम करता था और शिकायत करने जा रहा था, तभी उसे एक आवारा कुत्ते ने काट लिया। उसे खानपुर कलां के भगत फूल सिंह गवर्नमेंट महिला मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान चार घंटे बाद उसकी मौत हो गई।

    इस घटना से शहर में डर का माहौल बन गया। इलाके में आवारा कुत्तों और बंदरों का आतंक बना हुआ है। औसतन, रोज़ाना 10 लोग कुत्ते और बंदरों के काटने के इलाज के लिए सिविल अस्पताल आते हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग की है, लेकिन स्थिति वैसी ही है।

    जगदीशपुर गांव के पास खूंखार कुत्तों को रखने के लिए शेल्टर होम बनाया जाएगा। नगर निगम कुत्तों की नसबंदी भी कर रहा है। जनता को राहत देने के लिए जल्द ही अभियान तेज किया जाएगा। - राजीव जैन, मेयर, नगर निगम, सोनीपत

    कुत्ते के काटने के बाद अस्पताल में एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। सरकारी छुट्टियों के दौरान, इमरजेंसी वार्ड में एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगाए जाते हैं।

    - डॉ. ज्योत्सना, सिविल सर्जन, सोनीपत