राठधना-नरेला रोड: दो किलोमीटर में बनाए 16 ब्रेकर, बढ़ी परेशानी, हर सौ मीटर पर झटका
सोनीपत के राठधना-नरेला रोड पर दो किलोमीटर में 16 स्पीड ब्रेकर बनने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ग्रामीणों ने डीसी को शिकायत देकर अनावश्यक ब्रेकर हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि ब्रेकर के कारण जाम, प्रदूषण और गाड़ियों को नुकसान हो रहा है। बार-बार ब्रेक लगाने से ईंधन की खपत भी बढ़ गई है। ग्रामीणों ने डीसी कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर ब्रेकर हटाने की मांग की है।

राठधना-नरेला रोड पर आइटीआइ चौक से दो किलोमीटर तक बने ब्रेकर ने बढ़ाई परेशानी।
जागरण संवाददाता, सोनीपत। राठधना-नरेला रोड पर आइटीआइ चौक से दो किलोमीटर तक बनाए गए स्पीड ब्रेकरों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। महज दो किलोमीटर के दायरे में 16 ब्रेकर बना दिए गए हैं, जिससे वाहनों की रफ्तार पर तो ब्रेक लगा ही है, साथ ही जाम और प्रदूषण की समस्या भी बढ़ गई है।
गांव राठधना निवासी वरिष्ठ नागरिक एवं सेवानिवृत्त अधिकारी रामफल पंवार सहित अन्य ने डीसी को शिकायत देकर अनावश्यक स्थानों से ब्रेकर हटाने की मांग की है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर हर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर बनाए गए प्लास्टिक के ब्रेकर वाहन चालकों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। ब्रेकरों के कारण वाहनों को झटका लगता है, जिससे गाड़ियों के सस्पेंशन और टायर जल्दी खराब हो रहे हैं। वहीं, बार-बार ब्रेक लगाने और गियर बदलने से वाहनों की एवरेज भी घट गई है।
लोगों का कहना है कि रोड पर हर 100-150 मीटर की दूरी पर ब्रेकर बना दिए गए हैं, जिससे वाहन को बार-बार ब्रेक लगाना पड़ता है। इससे न केवल समय की बर्बादी होती है, बल्कि डीजल और पेट्रोल की खपत भी बढ़ गई है, वहीं जाम की समस्या भी गहरा जाती है।
लोगों का कहना है कि प्लास्टिक के ब्रेकर जल्दी टूट जाते हैं, जिसके बाद लोहे के सरिये निकल आते हैं, जो वाहनों को तो नुकसान पहुंचाते ही हैं, साथ ही लोगों के लिए खबरा भी बन जाते हैं। ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से डीसी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि आवश्यक स्थानों को छोड़कर अन्य सभी ब्रेकर हटाए जाएं।
उनका कहना है कि ट्रैफिक नियंत्रण के नाम पर अनावश्यक ब्रेकर बनाना न तो सुरक्षित है और न ही व्यावहारिक।
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