सोनीपत चीनी मिल में पेराई ठप, आज पर्याप्त गन्ना पहुंचने की उम्मीद
सोनीपत चीनी मिल में तकनीकी खराबी के कारण पेराई रोक दी गई है। मिल प्रबंधन समस्या को ठीक करने और जल्द ही पेराई फिर से शुरू करने के लिए काम कर रहा है। कि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, सोनीपत। तीन दिन पहले शुभारंभ के बावजूद ठप पड़ी सोनीपत शुगर मिल के सोमवार को शुरू होने की उम्मीद है। मिल प्रशासन ने किसानों की सुविधा और गन्ने की आवक बढ़ाने के लिए 10 दिसंबर तक पर्चियां ओपन कर दी हैं। पर्चियां खुलते ही टोकन बुक कराने वाले किसानों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।
रविवार शाम चार बजे तक किसानों ने करीब 28 हजार क्विंटल गन्ने का टोकन बुक कराया, जिसमें से लगभग पांच हजार क्विंटल गन्ना मिल यार्ड में पहुंच भी गया है। उम्मीद है कि सोमवार तक पेराई प्रक्रिया शुरू हो जाए।
सोनीपत चीनी मिल में गुरुवार को कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने पेराई सत्र का विधिवत शुभारंभ किया था, लेकिन शुभारंभ के 72 घंटे बीतने के बावजूद पर्याप्त गन्ना न पहुंच पाने के कारण रविवार शाम तक पेराई शुरू नहीं हो सकी। इससे वे किसान विशेष रूप से परेशान रहे, जो अपना गन्ना ट्रालियों में भरकर पहले ही मिल परिसर में पहुंच चुके थे।हालांकि अब पर्चियां ओपन होने और टोकन बुकिंग बढ़ने से स्थिति में सुधार के संकेत मिल रहे हैं।
गोहाना चीनी मिल में हो रही पेराई
गोहाना चीनी मिल में पेराई का काम चल रहा है। गोहाना मिल का शुभारंभ भी वीरवार को ही हुआ था, लेकिन किसानों की ओर से समय पर गन्ना पहुंचने के कारण शुक्रवार से ही पेराई शुरू कर दी गई थी। रविवार शाम चार बजे तक गोहाना मिल में 25 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई हो चुकी थी, जबकि 32 हजार क्विंटल से अधिक गन्ने का टोकन बुक किया जा चुका है।
रोजाना 22 हजार क्विंटल की है पेराई क्षमता
सोनीपत चीनी मिल की प्रतिदिन पेराई क्षमता 22 हजार क्विंटल है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मिल प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए 10 दिसंबर तक 30 प्रतिशत अतिरिक्त वेट भी ओपन कर दिया गया है, जिससे किसान पर्ची के अनुसार अतिरिक्त गन्ना लेकर मिल पहुंच सकते हैं। फिलहाल केवल अगेती किस्म के गन्ने की पर्चियां जारी की गई हैं।इस सत्र में मिल प्रशासन ने 32 लाख क्विंटल गन्ने की बांडिंग की है और लक्ष्य अप्रैल के अंतिम दिनों तक पेराई सत्र को संचालित करने का है।
गन्ने की आवक बढ़ाने के लिए लगातार कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। किसानों से अपील है कि वे साफ और गुणवत्तापूर्ण गन्ना लेकर मिल में पहुंचे। पर्चियां 10 दिसंबर तक ओपन हैं और 30 प्रतिशत अतिरिक्त वेट की सुविधा भी दी गई है। आने वाले दिनों में पिराई प्रक्रिया पूरी तरह रफ्तार पकड़ लेगी।
- संजय कुमार, एमडी, सोनीपत चीनी मिल

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