Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Year Ender 2025: सोनीपत में स्वास्थ्य सेवाओं का बदला स्वरूप, 138 करोड़ से संवरेगा मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 11:50 AM (IST)

    वर्ष 2025 सोनीपत के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए नई उम्मीदें लेकर आया। जिला नागरिक अस्पताल के जर्जर भवन का छह करोड़ की लागत से नवीनीकरण हो रहा है, वहीं 13 ...और पढ़ें

    Hero Image

    संदीप कुमार, सोनीपत। वर्ष 2025 सोनीपत के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए नई उम्मीदों और उपलब्धियों भरा रहा है। जिला नागरिक अस्पताल के जर्जर भवन को जहां छह करोड़ रुपये की लागत से नया जीवन मिल रहा है, वहीं अत्याधुनिक मातृ-शिशु स्वास्थ्य विंग की नींव रखे जाने से जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। सिविल सर्जन डॉ. ज्योत्सना के नेतृत्व में इस वर्ष न केवल सुविधाओं का विस्तार हुआ, बल्कि वर्षों से लंबित पड़ी मांगों को भी धरातल पर उतारा गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोनीपत की स्वास्थ्य सेवाओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करते हुए सिविल अस्पताल परिसर में 138 करोड़ रुपये की लागत से 100 बेड के मातृ-शिशु अस्पताल का शिलान्यास किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से रखी गई यह नींव अक्टूबर 2027 तक एक विंग के रूप में तब्दील हो जाएगी।

    इसमें एसएनसीयू और एनआइसीयू में समय से पूर्व जन्मे बच्चों के लिए विशेष नर्सरी की सुविधा मिलेगी। अत्याधुनिक ओटी से जटिल प्रसव के लिए समर्पित आपरेशन थिएटर की सुविधा होगी। वहीं, इस विंग का मुख्य लक्ष्य जिले में मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर पर लाना है।

    रखरखाव: 13 साल बाद बदली अस्पताल की सूरत

    अस्पताल परिसर में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए करीब छह करोड़ रुपये की लागत से व्यापक मरम्मत कार्य शुरू किया गया है। चार करोड़ रुपये में स्पेशल रिपेयरिंग की जा रही है, जिसमें भवन के मुख्य ढांचे का सुधारीकरण किया जा रहा है। 1.18 करोड़ रुपये में परिसर के भीतर की सड़कों का नवनिर्माण किया जा रहा है। 66.50 लाख रुपये से शौचालयों की रिपेयरिंग और स्वच्छता प्रबंधन किए जा रहे हैं। 25.34 लाख रुपये में छतों की लीकेज रोकने के लिए रिपेयरिंग कार्य किया जा रहा है।

    सुविधाओं का हुआ डिजिटलीकरण

    मरीजों के लिए यह साल खुशियों भरा रहा। चार साल के लंबे इंतजार के बाद अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा दोबारा बहाल हुई है। वहीं, गोहाना नागरिक अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे की शुरुआत होने से अब रिपोर्ट की गुणवत्ता और रफ्तार दोनों बढ़ गई है। नागरिक अस्पताल में भी नई एक्स-रे मशीन और टीबी विभाग के लिए मोबाइल एक्स-रे मशीन की सौगात मिली है, जिससे दूर-दराज के इलाकों में स्क्रीनिंग आसान होगी।

    2000 पार पहुंची है रोजाना ओपीडी

    जिले के एकमात्र मुख्य अस्पताल पर मरीजों का दबाव लगातार बढ़ रहा है। रोजाना ओपीडी का आंकड़ा 2000 को पार कर चुका है। अस्पताल प्रशासन ने इसे देखते हुए पहले से उपलब्ध 100 बेड की क्षमता को बढ़ाकर 200 बेड कर दिया है। इसके अतिरिक्त 6 बेड का आइसीयू शुरू कर दिया गया है। अब मरीजों को रोहतक की नई ओटी (आपरेशन थिएटर) शुरू होने से सर्जरी के लिए अब मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है।

    जन औषधि केंद्र से मरीजों की जेब को मिला सहारा

    इस साल शुरू हुआ जन औषधि केंद्र गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस केंद्र में 200 से अधिक साल्ट (दवाइयों के मिश्रण) उपलब्ध हैं, जिसके चलते मरीजों को अब दवाइयों के लिए निजी मेडिकल स्टोरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। निजी स्टोरों की तुलना में यहां दवाइयां बेहद कम और किफायती दरों पर मिल रही हैं। स्वास्थ्य विभाग का यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

    अब 2 मिनट में मिलेगी मोबाइल एक्स-रे रिपोर्ट

    सोनीपत के टीबी विभाग के बेड़े में इस साल नई मोबाइल एक्स-रे मशीन शामिल होने से जिले में क्षय रोग मुक्त अभियान को नई गति मिली है। इस आधुनिक मशीन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह मात्र दो मिनट के भीतर एक्स-रे और टीबी की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी कर देती है। अब जिले में कुल दो मोबाइल एक्स-रे मशीनें हो गई हैं, जिससे ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में जांच अभियान तेज किए जा सकेंगे।

    निजी लैब से 70 प्रतिशत कम शुल्क पर 12 जटिल जांचें

    इस साल 12 प्रकार की विशेष जांचें बेहद कम दरों पर शुरू की हैं। निजी लैब में 500 से 2000 रुपये तक जांच होती थीं, अस्पताल में उनके लिए मात्र 80 से 480 रुपये तक का शुल्क निर्धारित किया गया है। सप्ताह में दो दिन इन विशेष जांचों के लिए निर्धारित किए गए हैं, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को अब उच्च स्तरीय डायग्नोस्टिक सुविधाएं उनके बजट में मिल रहा है।

    नंबर गेम

    • 06 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है मरम्मत का काम
    • 06 बेड का तैयार किया गया है आइसीयू
    • 100 बेड के मातृ-शिशु अस्पताल का किया गया है शिलान्यास

    विभाग का लक्ष्य प्रत्येक नागरिक को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं देना है। जन औषधि केंद्र की सौगात से मरीजों को सस्ती दवाएं मिल रही हैं। बुनियादी ढांचे में सुधार और एचसीएच विंग का निर्माण सोनीपत के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। विशेषज्ञों की कमी को दूर करने के लिए भी मुख्यालय से पत्राचार जारी है।


    -

    -डा. ज्योत्सना, सिविल सर्जन, सोनीपत